लखनऊ: वर्ष 2019 की शुरुआत राजधानी लखनऊ पुलिस से अच्छी नहीं रही। गोसाईगंज इलाके में बुधवार की देर रात नकाबपोश असलहाधारी डकैतों ने एक सर्राफ के घर व दुकान में घुसकर डकैती डाली। बदमाशों ने इस दौरान सर्राफ के बुजुर्ग माता और पिता के साथ मारपीट कर उनको बंधक बना लिया। डकैत सर्राफ की दुकान से दो लाख रुपये नकद और लाखों रुपये कीमत के जेवरात उठा ले गये। अब डकैतों की धर-पकड़ के लिए पुलिस की कई टीमें बनायी गयी है और पुलिस का दावा है जल्द ही बदमाशों को पकड़ लिया जायेगा।
एसपी ग्रामीण गोसाईगंज के खुर्दही बाजार में दया खंडेलवाल की शुभ शगुन ज्वैलर्स के नाम से सर्राफ की दुकान है। दुकान से ही मिला हुआ उनका घर है। घर में दया खंडेलवाल के बुजुर्ग पिता बसंतलाल खंडेलवाल और मां विमला खंडेलवाल रहते हैं, जबकि दया अपने परिवार संग लालबाग इलाके में रहते हैं। रोज की तरह बुधवार की शाम सर्राफ ने अपनी दुकान बंद की और घर चले गये। रात करीब दो बजे के बीच नकाबपोश असलहाधारी बदमाशों ने सर्राफ के घर पर धावा बोला। बदमाश घर की दीवार में सेंध लगाकर अंदर घुसे।
इसके बाद बदमाशों ने कमरे की खिड़की में लगी ग्रील निकाली और सर्राफ के घर के अंदर दाखिल हो गये। इस बीच खटपट की आवाज सुन बसंतलाल और उनकी पत्नी विमला की आंख खुल गयी। कमरे में नकाबपोश असलहाधारी बदमाशों को देखते ही बुजुर्ग दम्पति सहम गये। डकैतों ने दोनों को पकड़ लिया और असलहे के बल पर बंधक बना लिया। बसंतलाल और उनकी पत्नी विमला ने डकैतों का विरोध किया तो बदमाशों ने उनके साथ मारपीट की। इसके बाद बदमाशों ने बुजुर्ग दम्पति से दुकान में रखे लॉकर की चाभी मांगी।
डर के चलते दम्पति ने बदमाशों को चाभी दे दी। इसके बाद कुछ बदमाश दुकान में घुसे गये। बदमाशों ने दुकान के शोकेश में लगे जेवरात, आलमारी में रखे कुछ जेवरात और दो लाख रुपये की नकदी बटोरी और सारा सामान लेकर भाग खड़े हुए। पांच घंटे तक बदमाश सर्राफ के घर और दुकान में मौजूद रहे, पर किसी को भनक तक नहीं लग सकी। तड़के जब बदमाश वहां से भाग निकले तो बुजुर्ग बसंतलाल ने फोरन अपने बेटे दया खंडेलवाल को घटना की सूचना दी।
खबर मिलते ही दया परिवार के अन्य लोगों के साथ खुर्दही बाजार स्थित अपने घर पहुंच गये। सर्राफ के घर और दुकान में डकैती की सूचना गोसाईगंज पुलिस को दी गयी तो पुलिस भी सन्न रह गयी।
इसके बाद एसएसपी कलानिधि नैथानी सहित क्राइम और एंटी डकैती सेल में तैनात पुलिस वाले मौके पर पहुंचे। मौके पर फिंगर प्रिंट यूनिट को भी बुलाया गया। छानबीन के बाद पुलिस ने इस मामले में दया खंडेलवाल की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एसएसपी का कहना है कि पुलिस की कई टीमों को बदमाशों की धर-पकड़ के लिए लगा दिया गया है। उनका कहना है कि अभी बदमाशों की संख्या और लूट के माल के बारे मेें पीडि़त ने कुछ साफ नहीं किया है।
सीसीटीवी कैमरे में दिखे कुछ बदमाश
सर्राफ दया खंडेलवाल की दुकान में चार सीसीटीवी कैमरे में लगे है। वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों ने कुछ कैमरे के तार तोड़ दिये थे, जबकि कुछ कैमरे सही मिले। पुलिस ने जब कैमरों को चेक किया तो उसमें कुछ बदमाशों की फुटेज पुलिस को मिली। फुटेज में दिख रहे सभी बदमाशों के चेहरे गमछे से बंधे हुए थे। ऐसे में उनकी पहचान नहीं हो सकी। दुकान में रखे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को भी नुकसान पहुंचाया गया है।
घर में खाना खाया और चाय भी बनायी
सर्राफ के घर में डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों के हौसले काफी बुलंद थे। उनको किसी तरह का कोई डर नहीं था। इसीलिए बदमाशों ने न सिर्फ सर्राफ के घर और दुकान में डकैती डाली, बल्कि सर्राफ के घर में रखा हुआ खाना भी खाया और चाय भी बनाकर पी। बदमाशों की इस हरकत का पता चलने के बाद पुलिस भी सन्न रह गयी। पुलिस का मानना है कि सर्राफ के घर में डकैती की घटना रेकी करने के बाद अंजाम दी गयी है।
घर के सामने हो रहा था सड़क का निर्माण
सर्राफ दया खंडेलवाल के घर के सामने देर रात को सड़क निर्माण का काम चल रहा था। अब पुलिस को निर्माण काम में लगे मजदूरों पर भी शक है। पुलिस ने पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में भी ले लिया है। इसके अलावा गोसाईगंज पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है कि सर्राफ की दुकान में कौन-कौन लोग काम करते हैं। वहीं घर में किन-किन लोगों का आनाजाना है।
मोबाइल टावर की मदद से संदिग्ध नम्बर खंगाले जा रहे हैं
सर्राफ के घर और दुकान में पड़ी डकैती के मामले में सर्विलांस सेल की टीम को संदिग्ध नम्बरों के बारे में पता लगाने के लिए कहा गया है। सर्विलांस सेल की टीम घटनास्थल के पास लगे मोबाइल टावर की मदद से घटना के वक्त और उसके पहले काम करने वाले संदिग्ध मोबाइल नम्बरों की सूची तैयार कर रही है। पूरा रिकार्ड आने के बाद संदिग्ध नम्बरों की छटनी शुरू की जायेगी।
आर्दश व्यापार मंडल ने 72 घंटे में खुलासे की रखी मांग
सर्राफ के घर और दुकान में पड़ी डकैती की खबर पाकर आर्दश व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारी सर्राफ के घर पहुंचे। उन्होंने पीडि़त सर्राफ और उनके परिवार वालों से बातचीत की। आर्दश व्यापार मण्डल ने इस सनसनीखेज घटना का 72 घंटे में खुलासा करने की मांग रखी है। साथ ही इस बात की भी चेतावनी दी कि अगर समय सीमा के अंदर आरोपी माल सहित नहीं पकड़े गये तो संगठन सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेगा।
जेल से रिहा डकैतों पर भी नज़र
एसपी ग्रामीण ने बताया कि इस वारदात को पेशेवर बदमाशों ने अंजाम दिया है। इसलिए पुलिस राजधानी और उसके आसपास के जनपदों में पेशेवर बदमाशों के बारे में भी पता लगा रही है। इस बात की भी जानकारी जुटायी जा रही है कि हाल के दिनों में जेल से कौन-कौन बदमाश रिहा हुए हैं, जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। फिलहाल उन्होंने उम्मीद जतायी है कि जल्द ही इस घटना का पुलिस खुलासा कर लेगी।