लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार से 10 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय का फैसला शिक्षा मित्रों को मंजूर नहीं है। यहीं वजह से मंगलवार को भी सैकड़ों की संख्या में शिक्षा मित्रों ने लक्ष्मण मेला मैदान में सत्याग्रह जारी रखा। सुप्रीम कोर्ट के समायोजन रद के फैसले के विरोध में प्रदेश भर के शिक्षा मित्र प्रदेश सरकार से आर-पार के मूड में हैं।
सरकार का उनका मानदेय प्रति महीने दस हजार रुपए करने का निर्णय उनको मंजूर नहीं है। कल से लखनऊ आए शिक्षा मित्र आज भी लखनऊ में एकत्र हैं। लक्ष्मण मेला मैदान में डटे शिक्षा मित्र आज भी प्रदर्शन कर रहे हैं। यह मुख्यमंत्री को छोड़कर किसी भी सरकारी अधिकारी से कोई वार्ता करने को तैयार नहीं हैं।
कल लखनऊ में लाख से ऊपर की संख्या में पहुंचे इन शिक्षा मित्रों में से आज हजारों की संख्या में अनिश्चितकालीन सत्याग्रह कर रहे हैं। इनकी मांग है कि राज्य सरकार अध्यादेश लाकर इन्हें फिर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त करे और तब तक समान कार्य करने के लिए समान वेतन के सिद्धांत पर उन्हें शिक्षकों के बराबर वेतन दे।
सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद होने के फैसले के बाद शिक्षामित्रों और सरकार के बीच वार्ता विफल हो गयी थी। प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किये गए हैं। शिक्षा मित्रों के आंदोलन को देखते हुए लखनऊ में जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दिया है। शिक्षामित्रों ने 21 अगस्त से लखनऊ में समायोजित शिक्षक शिक्षामित्र संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अनिश्चितकालीन आंदोलन छेडऩे का ऐलान किया था। वहीं 25 अगस्त को शिक्षा मित्र अपनी मांगों को लेकर दिल्ली भी जायेंगे और वहां भी अपना विरोध दर्ज करायेंगे।