लखनऊ: गोरखपुर के बीआरडी कालेज में मरीजों की आक्सीजन से कमी से मौत को सरकार ने सिरे से नकार दिया है। इस पूरी घटना को लेकर सबसे अहम बात निकल कर सामने जा आयी है, वह यह कि सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि मेडिकल कालेज के दौरे के दौरान वहां के प्रशासन ने आक्सीजन कम्पनी के भुगतान संबंधिक किसी भी दिक्कत के बारे में उनको कुछ भी नहीं बताया था।

बीआरडी कालेज में हुई घटना को लेकर शनिवार प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक हाईकमान बैठक की। इस बैठक के बाद सीएम मीडिया के सामने आये। उन्होंने साफ किया कि 9 अगस्त को वह खुद बीआरडी मेडिकल कालेज दौरे पर गये थे। वह पर उन्होंने कालेज प्रशसान के साथ बैठ की थी। इस बैठक के दौरान सीएम ने खुद वहां के अधिकारियों से किसी भी परेशानी की बात होने पर उनको बताने के लिए कहा था।
बावजूद इसके बाद मेडिकल कालेज प्रशासन ने सीएम योगी को आक्सीजन कम्पनी के भुगतान के बारे में कोई भी बात नहीं बतायी थी। सीएम का कहना है कि अगर समय रहते हुए इस बारे में बता दिया गया होता तो कम्पनी का भुगतान समय से करा दिया जाता है। इस प्रेस वार्ता में गोरखपुर भेजे मंत्रियों सिद्धार्थनाथ सिंह और आशुतोष टंडन ने साफ कहा कि किसी की भी मौत आक्सीजन की कमी से नहीं हुई है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है जो आक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी की भूमिका की जांच करेगी।
योगी ने कहा कि मेडिकल कालेज में आक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि प्रथमदृष्टतया प्राचार्य की लापरवाही सामने आई हैए इसलिए उन्हें निलंबित किया गया है। वहीं बीआरडी कालेज में हुई घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी गंभीर हैं। उन्होंने अपनी मंत्री अनुप्रिया पटेल को गोरखपुर जाकर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
इसके साथ पीएम ने सीएम योगी से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। रविवार को अनुप्रिया पटेल गोरखपुर बीआरडी कालेज जायेंगी और हकीकत जाने की कोशिश करेंगी।
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