लखनऊ: तालकटोरा के राजाजीपुरम इलाके में एक महिला ने अपने पति की लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मार ली। गोली लगने से घायल महिला को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी। घटना के ग्यारह घंटे के बाद मिली सूचना पर पहुंची पुलिस को छानबीन में महिला के हाथ का लिखा एक सुससाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में महिला ने अपनी मर्जी से जान देने की बात लिखी थी पर सुसाइड नोट में आत्महत्या के कारण का कोई जिक्र नहीं था।
इंस्पेक्टर तालकटोरा विजयसेन सिंह ने बताया कि राजाजीपुरम सेक्टर ई में रामप्रकाश शुक्ला अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह एक पेपर एजेंंसी में काम करते हैं। बताया जाता है कि मंगलवार की सुबह करीब 4 बजे रामप्रकाश शुक्ला की पत्नी 35 वर्षीय अंजू शुक्ला ने घर की पहली मंजिल पर बने कमरे में खुद को पति की लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मार ली। गोली अंजू की कनपटी पर लगी और वह लहुलूहान होकर वहीं गिर पड़ी।
गोली की आवाज सुन रामप्रकाश, उनका भाई व बेटा दौड़कर कमरे में पहुंचे तो मंजर देख सन्न रह गये। कमरे में अंजू खून से लथपथ पड़ी थी और पास में ही पति की लाइसेंसी रिवाल्वर भी मौजूद थी। अंजू की सांस चल रही थी। परिवार के लोग अंजू को इलाज के लिए फौरन ट्रामा सेंटर लेेकर पहुंचे, जहां कुछ ही देर के बाद डाक्टरों ने अंजू को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद चौक पुलिस ने अंजू के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
घटना के काफी देर के बाद रामप्रकाश ने सूचना तालकटोरा पुलिस को दी। मौके पर पहुंची तालकटोरा पुलिस ने छानबीन के लिए फारेंसिक टीम को भी बुला लिया। छानबीन के दौरान पुलिस को अंजू के हाथ का लिखा एक सुसाइड नोट मिला। नोट में अंजू ने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को लिखा था और इस मामले में परिवार के किसी भी व्यक्ति को परेशान न किये जाने की बात भी लिखी थी।
अंजू के सुसाइड नोट में आत्महत्या के पीछे के कारण का कोई जिक्र नहीं था। तालकटोरा पुलिस ने छानबीन के बाद सुसाइड नोट व घटना में प्रयुक्त लाइसेंसी रिवाल्वर अपने कब्जे में ले ली। इंस्पेक्टर तालकटोरा का कहना है कि अंजू ने आत्महत्या की है पर कारण अभी साफ नहीं है। परिवार वालों से बातचीत के बाद ही असली कारण का पता चल सकेगा। अंजू व रामप्रकाश के एक 15 साल का बेटा भी है।