लखनऊ: राजधानी लखनऊ के विकासनगर इलाके में पल्सर 220 सीसी बाइक की मांग पूरी न होने पर बीटेक के एक छात्र ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। छात्र कई दिनों से परिवार वालोंं से बाइक की मांग कर रहा था। परिवार वालों ने उसको बाइक दिलाने का आश्वासन भी दिया था। वहीं पीजीआई इलाके में रहने वाली कक्षा 6 की छात्रा ने अपने मामा के घर फांसी लगाकर जान दे दी। छात्रा ने आत्महत्या क्यों की फिलहाल इस बात का पता नहीं चल सका है।
बंथरा निवासी राम सहारे कश्यप अपने परिवार के साथ बंथरा इलाके में रखकर खेती व किसानी करते हैं। बताया जाता है कि उनका बेटा 20 वर्षीय प्रत्यूष कश्यप अपनी तीन बहनों के साथ अपनी बड़ी मां के घर विकासनगर इलाके में रहकर बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। बताया जाता है कि सोमवार की सुबह प्रत्यूष ने कमरे में लगे पंखे धोती के सहारे लटक कर अपनी जान दे दी।
परिवार वालों की नज़र जब उस पर पड़ी तो उन लोगों ने फौरन उसको फंदे से नीचे उतारा और इलाज के लिए नीरा नर्सिंग होम लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद प्रत्यूष के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसओ विकासनगर ने बताया कि प्रत्यूष कई दिनों से अपने परिवार वालों से पल्सर 220 सीसी बाइक की मांग कर रहा था। परिवार वालों ने जल्द उसको बाइक दिलाने की बात भी कही थी, पर प्रत्यूष को ऐसा लगा कि शायद परिवार वालों उसकी यह इच्छा पूरी नहीं करना चाहते हैं। बस इसी से नाराज होकर प्रत्यूष ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
इसके अलावा हरदोई जनपद निवासी सत्येन्द्र कुमार अपने परिवार के साथ पीजीआई के सरस्वतीपुरम इलाके में किराये के मकान में रहता है। कुछ दिन पहले सत्येन्द्र अपनी 14 वर्षीय भांजी मुस्कान को अपने घर ले आया था और उसका दाखिला एक स्कूल में कक्षा 6 में करा दिया था। बताया जाता है कि सोमवार की सुबह सत्येन्द्र अपने काम पर चला गया।
दोपहर को उसकी पत्नी अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल गयी थी। घर पर मुस्कान अकेली थी। कुछ देर के बाद जब सत्येन्द्र की पत्नी वापस घर लौटी तो देखा कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज लगाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की आशंका पर उसने मोहल्ले वालों को मदद के लिए बुला लिया। इसके बाद लोगों ने किसी तरह दरवाजा तोड़ा और अंदर पहुंचे तो देखा कि मुस्कान का शव खिड़की में लगी राड में दुपट्टïे के सहारे लटक रहा था।
सूचना मिलते ही मौके पर पीजीआई पुलिस भी पहुंच गयी। पुलिस ने छानबीन के बाद मुस्कान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पीजीआई पुलिस ने बताया कि मुस्कान के पिता बीमार है और गांव में ही रहते थे, जबकि उसकी मां चण्डीगढ़ में नौकरी करती है। मुस्कान गुमसुम रहा करती थी और किसी से बातचीत भी नहीं करती थी। उसके मामा ने दीपावली के मौके पर उसको गांव ले जाने की बात भी कही थी पर वह अपने गांव जाने के लिए राजी नहीं थी। फिलहाल अब तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि मुस्कान ने आत्महत्या क्यों की।