लखनऊ: लोगों की सहत से खिलवाड़ कर जानवरों की चर्बी से डालडा व घी तैयार कर मार्केट में बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए राजधानी लखनऊ की बाजारखाला पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा है। मौके से उसके तीन साथी भागने में सफल रहे। पुलिस ने मौके से एक डाला, 760 किलोग्राम मिलावड़ी घी व डालडा, कढ़ाई, 10 किलो ग्राम अधबना माल बरामद किया है।
इंस्पेक्टर बाजारखाला सुजीत कुमार दुबे ने बताया कि बीती रात पुलिस टीम को मुखबिर ने इस बात की जानकारी दी कि कुछ लोग ऐशबाग स्लाटर हाउस के पास गंदे नाले के करीब झोपड़ी डालकर जानवरों की चर्बी में कैमिकल मिलाकर नकली घी व डालडा तैयार करने का काम कर रहे हैं। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस की टीम मुखबिर की बतायी गयी जगह पर पहुंची।
पुलिस को नाले के पास एक डाला नजर आया। डाले में कुछ लोग पीपे लोड कर रहे थे। पुलिस की टीम जैसे ही मौके पर पहुंची, आरोपियों की नज़र पुलिस पर पड़ गयी। वह लोग पुलिस को देखते ही भागने लगे। बाजारखाला पुलिस ने किसी तरह एक व्यक्ति को मौके से पकड़ लिया ,जबकि तीन आरोपी वहां से भाग खड़े हुए। पुलिस ने जब डाले को चेक किया तो उसमें 50 पीपे मिले।
इन पीपों में जानवरों की चर्बी से तैयार की गयी घी व डालडा लदा था। इसके बाद पुलिस ने जब झोपड़ी में पहुंची तो वह कढ़ाई में 10 किलो चर्बी रखी थी। पुलिस ने डाले सहित पूरे माल को जब्त कर लिया। पूछताछ की गयी तो पकड़े गये आरोपी ने अपना नाम बाजारखाला निवासी मोहम्मद सलीम और भागे हुए साथियों का नाम बाजारखाला निवासी जाबिर, राशीद और फारूख बताया। आरोपी जाबिर और राशीद सगे भाई हैं।
तीन माह से कर रहे थे काम
इंस्पेक्टर बाजारखाला ने बताया कि पकड़े गये आरोपी तीन माह से यह धंधा कर रहे थे। आरोपी सलीम ने बताया कि इस धंधे का संचालक जाबिर व उसका भाई राशीद करते थे। वह लोग अलग-अलग जगहों से जानवरों के अवशेष खरीद कर लाते थे। इसके बाद उसी अवशेष से जानवरों की चर्बी निकाल कर कैमिकल की मदद से नकली घी व डालडा तैयार करते थे।
छोटी-मोटी दुकान में सप्लाई करते थे माल
इंस्पेक्टर बाजारखाला ने बताया कि अभी तक इस बात का पता पता नहीं चल सका है कि आरोपी तैयार किये गये माल को कहां सप्लाई करते थे। पकड़े गये आरोपी ने इतना जरूर बताया है कि आरोपी कबाब-पराठे, पूड़ी और छोटे-मोटे होटलों में तैयार किया गया माल सप्लाई करते थे।
सेहत के लिए खतरनाक है चर्बी युक्त सामान
घी और डालडा की बनी हुई चीजों को खाने वाले लोगों के लिए जानवरों की चर्बी से बनी घी और डालडा सेहत के लिए बेहद ही खतनारक होता है। चर्बी में कैमिकल डालकर बनाया गया नकली घी और डालडा बीमारी को जन्म तो देता है साथ ही मानव शरीर पर भी बुरा प्रभाव डालता है।