लखनऊ: बेरोजगरों को नौकरी दिलाने के नाम पर आनलाइन ठगी करने वाले एक जालसाज को लखनऊ पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से पुलिस ने ठगी के लिए प्रयोग किये गये 50 सिमकार्ड, 7 मोबाइल फोन, टेबलेट और रजिस्टर बरामद किये हैं। आरोपियों ने अब तक 50 लाख से अधिक की ठगी को अंजाम देने की बात कुबूली है।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने शहर के अलग-अलग थाने में दर्जना लोगों ने नौकरी के नाम पर आनलाइन ठगी की शिकायत दर्ज करा रखी थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर क्राइम सेल को छानबीन के लिए कहा गया। साइबर क्राइम सेल ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि क्विकर, ओएलएक्स और शाइन डॉटकॉम नाम की वेबसाइट बनाकर जालसाज बेरोजगर युवकों को एचडीएफसी बैंक, सैमसंग कम्पनी सहित अन्य प्राइवेट कम्पनियों में नौकरी दिलाये जाने का विज्ञापन निकाला जाता था।
नौकरी के इच्छुक लोग इन विज्ञापनों को दिये गये नम्बरों से सम्पर्क करते थे। इसके बाद जालसाज बेरोजगारों को नौकरी की लालच देकर सिक्योरिटी मनी, प्रोसेसिंग फीस और डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन के नाम पर हजारों रुपये की ठगी को अंजाम देते थे। एक बार शिकार के फंस जाने के बाद आरोपी अपना मोबाइल नम्बर बंद कर दूसरा सिमकार्ड लगाकर नये शिकार की तलाश में लग जाते थे।
इस गैंग के बारे में पता चलने के बाद शुक्रवार साइबर क्राइम सेल एक जालसाज गुड़म्बा आदिलनगर निवासी पारस मिश्र को गिरफ्तार किया। पकड़े गये आरोपी के पास से एक टैबलेट, 7 मोबाइल फोन, 50 सिमकार्ड, और रजिस्टर बरामद किया। अब साइबर क्राइम सेल इस गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों के बारे में भी पता लगा रही है। आईजी जोन ने जालसाज को पकडऩे वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की है।
जालसाज ने उन्नाव कर रखा है बीएससी
पकड़े गये जालसाज पासर मिश्र ने बताया कि वह मूल रूप से उन्नाव जनपद का रहने वाला है। उसने उन्नाव जनपद से भूगोल विषय से बीएससी की पढ़ाई की है। कुछ समय पहले उसके ही एक साथी ने इस तरह आनलाइन ठगी के बारे में उसको बताया था। इसके बाद बीते तीन साल से पारस लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रहा है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने अब तक 50 लाख से अधिक की ठगी का अंजाम दिया है। सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपी के बैंक खातों को चेक किया जा रहा है।
आईपीएल में हरा था ढाई लाख का सट्टा
पकड़े गये आरोपी शार्टकट में रुपये कमाने की चाह में वह सीधे-साधे लोगों से ठगी कर रहा था। आरोपी ने ठगी की रकम से आईपीएल में लाखों रुपये का सट्टा भी खेला था और करीब ढाई लाख रुपये पासर सट्टे में भी हार गया था।
वकील को देख ठगी का शिकार लोग भड़क
आरोपी पारस और उसका गैंग महिलाओं और युवतियों को ही खासकर अपना टारगेट बनाता था। आरोपी का कहना है कि महिलाओं और युवतियों को जाल में फंसाना आसान होता था। आरोपी के पकड़े जाने की खबर पाकर एक दर्जन से अधिक पीडि़त साइबर क्राइम सेल पहुंच गये। इस बीच आरोपी के पक्ष के एक वकील भी साइबर क्राइल सेल पहुंचे और आरोपी के बारे में बातचीत करने लगे। इस बीच ठगी का शिकार हुई युवतियों वकील पर भड़क उठी और खूब खरीखोटी सुनायी। वह लोग आरोपी पारस के वकील से ठगे गये अपने रुपये वापस मांगने लगी। इस पर साइबर क्राइम सेल के लोगों ने ठगी का शिकार हुई युवतियों को समझा-बुझाकर शांत कराया।