नई दिल्ली: सीबीआई जैसे संस्था में चल रहे विवाद का असर अब शायद सीबीआई के अन्य अधिकारियों पर भी पड़ा है। इी से निपटने के लिए सीबीआई ने अपने 150 अधिकारियों को आर्ट ऑफ लिविंग भेजने का फैसला किया है। विभाग ने फैसला लिया कि 150 अधिकारियों को आर्ट ऑफ लिविंग भेजा जाएगा। इन अधिकारियों के लिए शनिवार से तीन दिनों के लिए विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है।
इसका मकसद अधिकारियों में फिर से पॉजिटिव एनर्जी का संचार करना है। इस वर्कशॉप में सीबीआई के इंस्पेक्टर से लेकर इंचार्ज डायरेक्टर तक शामिल हो रहे हैं। वर्कशॉप का आयोजन दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय में किया जा रहा है। सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना द्वारा एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद काफी विवाद हुआ था।
मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा था। आखिरी सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीवीसी दो हफ्ते के भीतर निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपे। फिलहाल दोनों अधिकारियों को छुट्टी पर भेजा गया है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 12 नवंबर को है।
आलोक वर्मा राकेश अस्थाना द्वारा लगाए गए आरोपों की हो रही छानबीन के सिलसिले में शुक्रवार को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त सीवीसी केवी चौधरी की अध्यक्षता वाली समिति के सामने लगातार दूसरे दिन पेश हुए। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से नकारा। आलोक वर्मा के अलावा राकेश अस्थाना ने भी बृहस्पतिवार को सीवीसी से मुलाकात की थी। समझा जाता है कि उन्होंने वर्मा के खिलाफ लगाए गए अपने आरोपों के समर्थन में कथित दस्तावेजी साक्ष्य पेश किए।