नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी बीजेपी का मुकाबला करने के लिए एक महागठबंधन पर चर्चा करने के मकसद से सोमवार को विपक्षी नेताओं की बैठक होगी। यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा और संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले होगी।
तेलुगू देशम पार्टी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू बैठक का समन्वय कर रहे हैं। उन्होंने सभी गैर भाजपा दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है। बैठक का मुख्य एजेंडा एक गैर भाजपा मोर्चा बनाने के लिए भविष्य की कार्रवाई तय करना है। कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन संप्रग की अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी बैठक में भाग लेने की उम्मीद है।
बैठक के दौरान विपक्ष के संसद के शीतकालीन सत्र के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाए की भी उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि संसद भवन सौंध में होने वाली बैठक के दौरान विपक्षी दल सरकारी विधेयकों और राफेल सौदे तथा किसानों से संबंधित मुद्दों पर अपने रूख पर चर्चा कर सकते हैं। न केवल गैर.भाजपा दलों के प्रमुखों बल्कि केरल, पंजाब और पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों को भी बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी राकांपा के प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी, नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला,माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव एस सुधाकर रेड्डी के भी बैठक में भाग लेने की उम्मीद है। द्रविड़ मुनेत्र कषगम के अध्यक्ष एम के स्टालिन,आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव और लोकतांत्रिक जनता दल नेता शरद यादव भी उन लोगों में शामिल हैं जो इस बैठक में भाग ले सकते है।
सपा के सूत्र ने बताया कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के भी इस बैठक में शामिल होने की संभावना है लेकिन यदि वह किसी कारणवश नहीं शामिल हो पाए तो पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव बैठक में मौजूद रहेंगे। राकांपा नेता डीपी त्रिपाठी ने कहा महंगाई, नोटबंदी और जीएसटी के दुष्प्रभाव, बेरोजगारी आदि बैठक के एजेंडे में होंगे। आप नेताओं ने नायडू द्वारा बुलाई गई विपक्ष की बैठक में पार्टी की भागीदारी की पुष्टि की। इससे पूर्व 22 नवंबर को बैठक किए जाने की योजना थी लेकिन पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के कारण इसे टाल दिया गया था।