लखनऊ: बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने बेवजह की बयानबाजी करने वाले पार्टी के उपाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जय प्रकाश ने बीएसपी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में राहुल गांधी के खिलाफ विवादित बयान दिया था।
जयप्रकाश सिंह ने राहुल गांधी को विदेशी बताया था। साथ ही पीएम मोदी के लिए गब्बर शब्द का इस्तेमाल किया था। जय प्रकाश सिंह के इस बयान के अगले दिन ही मायावती ने जयप्रकाश सिंह को नेशनल को आर्डिनेटर और उपाध्यक्ष के पद से हटा दिया था। आपको बता दें कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने उनके बयान को पार्टी विरोधी बताया था।
साथ ही उन्होंने पार्टी के दूसरे कार्यकर्ताओं को भी ये नसीहत दी कि किसी भी दल के नेता या किसी व्यक्ति के खिलाफ और पार्टी की रणनीति के बारे में इस तरह की अनधिकृत बयानबाजी न की जाए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि जो ऐसा करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं सूत्रों के मुताबिक चुनाव में गठबंधन को लेकर अंतिम फैसला अन्य दलों के साथ बातचीत के बाद बसपा प्रमुख करेंगी। उन्होंने प्रदेश इकाइयों को ब्लॉक स्तर पर पार्टी का संगठनात्मक ढांचा मजबूत बनाने का निर्देश दिया। साथ ही पार्टी के प्रदेश नेताओं को भविष्य में संभावित गठबंधन और चुनावी रणनीति से जुड़े किसी भी मुद्दे पर मीडिया में बयानबाजी करने से बचने की स्पष्ट हिदायद भी दी गई है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश इकाइयों को ब्लॉक स्तर पर मजबूत बनाने के लिए भी संदेश दिए हैं।
उन्होंने ये संदेश दिया है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले हर कार्यकर्ता आम लोगों से बातचीत करके उनके मन का हाल जाने। सूत्रों का कहना है कि बैठक में इस साल के अंत में तीन राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी की तैयारियों का भी जायजा लिया गया। बैठक में बसपा के तीनों राज्यों के पार्टी संयोजक और प्रदेश इकाइयों के नेता भी मौजूद थे।