तेहरान: ईरान और अमेरिका के बीच रिश्ते और तल्ख होते जा रहे हैं। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने ट्विटर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों पर पलटवार करते हुए उन्हें ष्ष्सावधान रहने की चेतावनी दी। ट्रंप की ट्विटर पर ईरान के नेताओं को दी धमकी की नकल करते हुए जरीफ ने लिखा कि अप्रभावित, हम सदियों से यहां है, हम यहां सदियों से हैं हमने अपने साम्राज्य सहित कई साम्राज्यों को बनते बिगड़ते हुए देखा है।

हमारे उस साम्राज्य का जीवन काल भी इतना लंबा रहा जितनी कुछ देशों की उम्र भी नहीं है,सावधान रहो। जरीफ ट्रंप के कल किए गए उस ट्वीट का जवाब दे रहे थे जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ने चेतावनी दी थी दोबारा अमेरिका को मत धमकाना अन्यथा आपको ऐसे अंजाम भुगतने पड़ेंगे जिसके उदाहरण इतिहास में बिरले ही मिलते हैं।
ट्रंप की इस टिप्पणी से पहले रुहानी ने अमेरिकी नेता को चेतावनी दी थी कि वह सोते हुए शेर को ना छेड़ें। रुहानी ने कहा कि ईरान के साथ लड़ाई सभी युद्धों की मां सबसे भीषण लड़ाई साबित होगी। जरीफ ने कहा कि दुनिया ने कुछ महीने पहले इससे बड़ी धमकी सुनी थी और ईरानियों ने भी वह सुनी थी जबकि वह 40 वर्षों से सबसे सभ्य देशों में से एक है।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने को कहा कि अगर अमेरिका तेहरान और विश्व की ताकतों के बीच हुए परमाणु समझौते को तोड़ता है तो वॉशिंगटन को बाद में पछताना पड़ेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेताया है कि 12 मई को वह समझौता को आगे नहीं बढ़ाएंगे। उन्होंने मांग की है कि अमेरिका के यूरोपीय सहयोगी खामियों को दूर करें नहीं तो वह फिर से पाबंदी लगाएंगे।
उत्तर- पश्चिम ईरान में टेलीविजन पर अपने संबोधन में रूहानी ने कहा कि अगर अमेरिका परमाणु समझौते को छोड़ता है तो आप जल्द ही देखेंगे कि उन्हें उस तरह पछतावा होगा जैसा इतिहास में कभी नहीं हुआ। रूहानी ने कहा कि ष्ट्रंप को जानना चाहिए कि हमारे लोग एकजुट हैं यहूदी शासन इजराइल को यह जरूर जानना चाहिए कि हमारे लोग एकजुट हैं। बराक ओबामा के नेतृत्व में 2015 में अमेरिका ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और ईरान के बीच परमाणु समझौता हुआ था।
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