लखनऊ: एटीएस के एडिशनल एसपी राजेश साहनी की मौत का मामला अभी सुलझ भी नहीं सका था कि एटीएस में तैनात इंस्पेक्टर यतीन्द्र शर्मा ने फेसबुक पर अपना इस्तीफा पोस्ट कर एक नया विवाद लाकर खड़ा कर दिया। यतीन्द्र शर्मा ने एटीएस के आईजी और कुछ अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी फेसबुक पोस्ट भी लिखा था। बाद में विवाद को बढ़ता देख उन्होंने उस पोस्ट को फेसबुक से हटा लिया। वहीं गुरुवार को इंस्पेक्टर यतीन्द्र शर्मा डीजीपी मुख्यालय पहुंचे और उनकी मुलाकात ए टू डीजी संजय सिंघल से हुई।
ए टू डीजी संजय सिंघल और इंस्पेक्टर यतीन्द्र शर्मा के बीच क्या बातचीत फिलहाल इस बात का पता नहीं चल सका है। वहीं डीजीपी मुख्यालय में मीडिया को देख इंस्पेक्टर यतीन्द्र शर्मा ने बचने की कोशिश की पर उन पर सवालों की झड़ी लग गयी।
जब उसने फेसबुक पर पोस्ट किये गये अपने इस्तीफे और आरोपोंं के बारे में पूछा गया तो उन्होंंने उस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। इंस्पेक्टर यतीन्द्र शर्मा ने मीडिया से सिर्फ एक ही बात रखी कि उन्होंने कुछ समय पहले एटीएस से तबादले के लिए डीजीपी मुख्यालय में आवेदन किया था। अगर उनका तबादला हो जाता है कि वह नई जगह ज्वाइन कर लेंगे।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अपने अधिकारियों पर पूरा भरोसा है और उनको न्याय मिलेगा। जब इंस्पेक्टर यतीन्द्र शर्मा से फेसबुक पर पोस्ट किये गये इस्तीफे के बार में पूछा गया तो उन्होंने उस पर कोई जवाब नहीं दिया और एटीएस दफ्तर जल्दी पहुंचने की बात कहते हुए मीडिया के सवालों से बचते हुए वहां से चले गये। इंस्पेक्टर यतीन्द्र शर्मा ने फेसबुक पर अपलोड़ किये गये अपने इस्तीफे के बारे में एक बात जरूर कही कि उन्होंने जो कुछ भी फेसबुक पर लिखा था वह दर्द उनके दिल का था और उस दर्द को उन्होंने बयान किया था।
फिलहाल अभी तक इंस्पेक्टर यतीन्द्र शर्मा के इस्तीफे और तबादले पर कोई निर्णय डीजीपी मुख्यालय ने नहीं लिया है। बुधवार को एटीएस के एडिशनल एसपी राजेश साहनी के अंतिम संस्कार के बाद एटीएस में तैनात इंस्पेक्टर यतीन्द्र शर्मा ने फेसबुक पर डीजीपी को संबोधित करते हुए अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। फेसबुक पोस्ट पर यतीन्द्र शर्मा ने एटीएस के आईजी असीम अरूण सहित कुछ अन्य अधिकारियों पर बहेद गंभीर आरोप लगाये थे।
राष्ट्रपति वीरता पदक मिल चुका है
वर्ष 2001 बेच के दारोगा यीतेन्द्र शर्मा काफी तेज तर्रार मानने जाते हैं। कुछ समय पहले वह एसटीएफ में तैनात रहे हैं। उनके बेहतर काम के लिए राष्ट्रपति वीरता पदक से भी नवाजा जा चुका है। बताया यह भी जाता है कि एडिशनल एसपी राजेश साहनी की मौत से पहले ही इंस्पेक्टर यतीन्द्र शर्मा ने एटीएस से अपने तबादले के लिए डीजीपी मुख्यालय में अर्जी डाल रखी थी।
अस्थियां लेकर संगम गया परिवार
एटीएस के एडिशनल एसपी राजेश साहनी का बुधवार को बैकुण्ठधाम पर अंतिम संस्कार किया था। गुरुवार को उनका परिवार उनकी अस्थियां लेकर संगम इलाहाबाद वसॢजत करने के लिए रवाना हो गया। परिवार वालों से बात करने की कोशिश भी की गयी पर परिवार वालों से कोई बात नहीं हो सकी।
आईजी अमिताभ ने भी उठाये सवाल
यूपी पुलिस में तैनात आईजी अमिताभ ठाकुर ने एडिशनल एसपी राजेश साहनी की मौत को लेकर भी शंका जतायी है। उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि घटना की सूचना पर जब वह एटीएस मुख्यालय पहुंचे तो उनको व्यक्तिगत रूप पर कुछ ऐसी बातें पता चली जो राजेश साहनी की मौत से जुड़ी हैं। उन्होंने इन बातों को अब संबंधित जांच एजेंसी से शेयर करने की बात कही है।
एटीएस सेंटर पर हुई शोकसभा
गोसाईगंज के अनौरा गांव में स्थित एटीएस के ट्रेनिंग सेंटर में गुरुवार को एडिशनल एसपी राजेश साहनी को श्रद्घांजलि देने के लिए एक शोकसभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर एटीएस में तैनात कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने अपनी तरफ से करीब 15 लाख रुपये राजेश साहनी के परिवार को देने के लिए भी जमा किये।
पीपीएस एसोसिएशन ने डीजीपी ओपी सिंह से की मुलाकात
एडिशनल एसपी राजेश साहनी की मौत के मामले में गुरुवार को पीपीएस एसोसिएशन के लोगों ने डीजीपी ओपी सिंह से मुलाकात की। एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय मिश्र ने बताया कि इस मुलाकात में उन्होंने राजेश साहनी के परिवार को आर्थिक सहायता, सरकारी आवास, परिवार के सदस्य को नौकरी और पूरे परिवार की सुरक्षा दिये जाने की मांग रखी। इस मौके पर डीजीपी के अलावा, डीआईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार, ए टू डीजी संजय सिंघल और एसएसपी लखनऊ दीपक कुमार मौजूद रहे।
एडीजी जोन ने शुरू की अपनी जांच
एडिशनल एसपी राजेश साहनी की मौत के मामले में डीजीपी के आदेश पर एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता परिवार वालों से बातचीत करने की होगी। गुरुवार को परिवार के लोग शहर से बाहर थे तो इसके चलते उनसे बात नहीं हो सकी है। इसके बाद फारेंसिक टीम से उसकी पूरी जांच रिपोर्ट हासिल की जायेगी और साथ ही एडिशनल एसपी राजेश साहनी के मोबाइल फोन को भी खंगाला जायेगा।