कोलकता: पश्चिम बंगाल में जहां राजनीतिक हलचल मची हुई है। वहीं इस बीच कोलकता से भाजपा को लेकर एक बड़ी खबर आयी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैलियों के बाद सोमवार को पश्चिम बंगाल की पूर्व आईपीएस भारती घोष बीजेपी का दामन थाम लिया।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। गौरतलब है कि भारती घोष एक समय में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की करीबी मानी जाती थीं। आपको बता दें कि पूर्व आईपीएस भारती घोष पर जबरन वसूली और आपराधिक साजिश रचने के आरोप हैं वहीं। उनके पति सीआईडी की कस्टडी में हैं। इस मामले में पश्चिम बंगाल सीआईडी ने कुछ समय पहले ही चार्जशीट में घोष के साथ आठ लोगों को भगोड़ा दर्शाया था।
हालांकि इस मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई थी। कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि मुझे भगोड़ा साबित कर कुछ लोग मेरी छवि को खरीब करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा था कि यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है और इस कारण उन्हें भगोड़ा साबित नहीं किया जा सकता है। पश्चिम बंगाल की सीआईडी ने बीते साल फरवरी में चंदन मांझी की शिकायत पर भारती घोष के ऊपर मुकदमा दर्ज किया था। सीआईडी ने चार्जशीट में कहा था कि घोष के स्वामित्व वाले ठिकानों से सिलसिलेवार छापों में भारी मात्रा में नगदी और सोने की ज्वैलरी बरामद की गई थी। आपको बता दें कि भारती घोष ने हाल ही में कहा था कि वे जल्द ही किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल होंगी।