गोरखपुर: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर की महिला भाजपा नेता सरिता सिंह को पुलिस ने मोबाइल लुटेरों को छुड़ाने के मामले में 50 हजार लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया। बताया जाता है कि पुलिस ने इतनी बड़ी कार्रवाई खुद सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर की है। पीडि़त ने सीएम से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की थी।
गोरखपुर के तिवारीपुर थाना क्षेत्र के इलाहीबाग निवासी अरुण पांडेय के बेटे हर्षित पांडेय को पुलिस ने मोबाइल लूटने के आरोप में गिरफ्तार किया था। हर्षित पांडेय के परिवार के लोग उसे थाने से छुड़ाने के लिए भागदौड़ कर रहे थे। इस संबंध में उन्होंने कैंट क्षेत्र के कूड़ाघाट में रहने वाली भाजपा महिला मोर्चा की महानगर मंत्री सरिता सिंह से संपर्क किया।
आरोप है कि हर्षित को थाने से छुड़वाने के लिए पीडि़त परिवार से उन्होंने 50 हजार रुपये की मांग की और बताया कि इसमें से 25 हजार रुपये गोरखनाथ मंदिर के सचिव द्वारिका तिवारी को देना पड़ेगा। बाकी रकम पुलिस वालों में खर्च होगी। हर्षित की मां प्रभा पांडेय के मुताबिक वे लोग इसके लिए तैयार हो गए। उसी दिन उन्होंने रुपयों का इंतजाम कर भाजपा नेता को दे भी दिया।
इसके बाद भी पुलिस ने 13 अक्टूबर को पुलिस ने उनके बेटे को जेल भेज दिया। बेटे के जेल चले जाने के बाद पीडि़त परिवार ने महिला नेता से अपने रुपये वापस मांगा। आरोप है कि रुपये वापस करने में वह टालमटोल कर रही थीं। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए गोरखपुर आए। मुख्यमंत्री के शहर में मौजूद होने का पता चलने पर हर्षित की मां प्रभा पांडेय गोरखनाथ मंदिर पहुंच गईं।
सीएम से मुलाकात कर उन्होंने मंदिर के सचिव के नाम पर महिला नेता सविता सिंह द्वारा रुपये वसूलने के बारे में बताया। इसके बाद सीएम ने पुलिस को कार्रवाई का आदेश दिया। आदेश मिलने के बाद पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की महानगर मंत्री सरिता सिंह को उनके आवासए कूड़ाघाट गिरफ्तार कर लिया। महिला नेता सरिता सिंह के घर से 50 हजार रुपये बरामद भी हो गए हैं।