लखनऊ: फेसबुक से व्यापारियों से एक महिला पहले दोस्ती कर झूठे प्यार का ड्रामा रचती थी। इसके बाद महिला के दो भाई उन व्यापारियों से अपनी बहन से संबंध के नाम पर रुपये ऐंठते थे। लखनऊ की गाजीपुर पुलिस ने व्यापारियों से इस तरह की ठगी करने वाले एक गैंग को पकड़ा है। इस गैंग में एक महिला व उसके दो भाई शामिल हैं। आरोपियों ने अब तक एक दर्जन से अधिक व्यापारियों को अपना शिकार बनाया है।

एसपी टीजी हरेन्द्र कुमार ने बताया कि भूतनाथ के कुछ व्यापारियों ने पुलिस से इस बात की शिकायत की है कि महिला व उसके कुछ साथी कई दिनों से एक व्यापारी को ब्लैकमेल कर 30 हजार रुपये ऐंठ चुके हैं। इस शिकायत पर पुलिस छानबीन में लगी। छानबीन के ही क्रम में पुलिस को इस बात की सूचना मिली कि उक्त महिला अपने साथियों के साथ पीडि़त व्यापारी की दुकान पहुंची है और उनको ब्लैकमेल कर रुपये की मांग कर रही है।
इस सूचना पर गाजीपुर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और महिला सहित तीन लोगों को धर-दबोचा। पूछताछ की गयी तो पकड़े गये आरोपियों ने अपना नाम इन्दिरानगर मीना मार्केट निवासी डिम्पल सिंह, नीरज कुमार और आशुतोष कुमार बताया। पकड़े गये तीनों आरोपी आपस में सगे भाई-बहन हैं। वह लोग मूल रूप से बिहार के गोपालगंज इलाके के रहने वाले हैं।
इस तरह करते थे ब्लैकमेल
इंस्पेक्टर गाजीपुर ने बताया कि आरोपी डिम्पल सिंह पहले तो व्यापारियों को फेसबुक से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी। इसके बाद फेसबुक की मदद से वह व्यापारियों से दोस्ती और झूठे प्यार का नाटक करती थी। जो भी व्यापारी उसके झाल में फंस जाता था, उसके बाद डिम्पल के दोनों भाई उस व्यापारी को अपनी बहन से छेडख़ानी और परेशान करने का आरोप लगा कर ब्लैकमेलिंग कर रुपये ठगते थे।
ठगी का शिकार व्यापारियों के नाम का पुलिस ने नहीं किया खुलासा
इस फ्राड गैंग का शिकार कई व्यापारी हुए हैं। फिलहाल एक व्यापारी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। गाजीपुर ने ठगी का शिकार हुए व्यापारियों के नाम का खुलासा नहीं किया है। इंस्पेक्टर गाजीपुर का कहना है कि व्यापारियों ने इस बात की मांग पुलिस से रखी थी कि उनका नाम सार्वजनिक न किया जाये। इसी वजह से व्यापारियों का नाम नहीं बताया गया है।
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