भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए कई निर्णय लिए हैं। भोपाल और ग्वालियर में पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति में भव्य स्मारक बनाए जाएंगे। ग्वालियर के गोरखी के जिस विद्यालय में वाजपेयी कक्षा छठी से आठवीं तक पढ़े थेए उसे उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें स्मार्ट क्लास, प्लेनेटोरियम और म्यूजियम बनाया जाएगा साथ ही अटल जी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
जारी बयान के अनुसारए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि वाजपेयी की स्मृति में भोपाल और ग्वालियर में स्मृति वन स्थापित किए जाएंगेए जिनमें वाजपेयी की प्रतिमा के साथ उनके कार्यो को बेहतर ढंग से प्रस्तुत किया जाएगा ताकि भावी पीढ़ी को प्रेरणा मिल सके। बयान के मुताबिक चौहान ने कहा कि भोपाल में 600 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे ग्लोबल स्किल पार्क का नाम पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा।
प्रदेश के स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किए जा रहे सात शहरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर और सतना में दिवंगत अटल जी के नाम पर विश्वस्तरीय पुस्तकालय स्थापित किया जाएगा। इन पुस्तकालयों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में युवाओं के लिए कोचिंग, शोध और सामाजिक चिंतन के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
इसी तरह सात स्मार्ट सिटी में बन रहे इनक्यूबेशन सेंटर्स का नाम वाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा। इन सेंटरों पर मध्यप्रदेश के युवाओं को स्टार्टअप स्थापित करने की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाजपेयी की जीवनी अगले वर्ष से स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल की जाएगी। वाजपेयी के नाम से तीन राष्ट्रीय पुरस्कार स्थापित किए जाएंगे। पांच.पांच लाख रुपए के यह पुरस्कार कविता, पत्रकारिता और सुशासन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को दिए जाएंगे।
प्रदेश में श्रमिकों के बच्चों के लिए बनाए जा रहे चार श्रमोदय विद्यालयों के नाम भी पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर रखे जाएंगे। विदिशा में शुरू हो रहे मेडिकल कॉलेज का नाम भी वाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि भोपाल के अत्याधुनिक हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम वाजपेयी के नाम पर करने के लिए केंद्रीय रेलमंत्री से आग्रह किया जाएगा।