नई दिल्ली। मेक इन इण्डिया को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार ने अब से विदेश से इंपोर्ट किए गए मोबाइल फोन, एलईडी टीवी और माइक्रो वेव पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को बढ़ा दिया है। केंद्र के इस कदम से अब मोबाइल फोन 15 फीसदी महंगे हो गए हैं। इसके साथ ही एलईडी टीवी और माइक्रोवेव के प्राइस में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है।
यह बढ़ोतरी केवल उन उपकरणों पर हुई हैए जिनको विदेश से इंपोर्ट किया जाता है। देश में बनने वाले मोबाइल फोन, टीवी और माइक्रोवेव के दाम नहीं बढ़ेंगे। इस बारे में सरकार ने गुरुवार रात को नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। जीएसटी के लागू होने के बाद केंद्र सरकार ने पहली बार मोबाइल पर 10 फीसदी बेसिक कस्टम ड्यूटी को बढ़ा दिया था।
सरकार ने मोबाइल फोन, मोबाइल फोन के पुर्जों और कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर 10 फीसदी बेसिक कस्टम ड्यूटी ;ठब्क्द्ध लगा दी थी जिसके बाद इन सामानों को विदशों से मंगाना महंगा हो जाएगा। जिन इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर बेसिक कस्टम ड्यूटी लागू होगी उनमें स्मार्टफो, फोन का चार्जर, बैटरी, हेडफोन, माइक्रोफोन, कीपैड शामिल हैं। साथ ही यूएसबी केबल और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स पर भी कस्टम ड्यूटी लगाई जाएगी।
वहीं मोबाइल के कुछ अन्य पाट्र्स जैसे. प्रिंटेड सर्किट बोर्डए, कैमरा मॉड्यूल, कनेक्टर्स डिस्प्लेए टच पैनल, कवर ग्लास, वाइव्रेटर पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। सरकार ने विदेश से मंगाए जाने वाले मोबाइल फोन, फोन के पाट्र्स पर 10 फीसदी बेसिक कस्टम ड्यूटी लगा दी है जिसके बाद दूसरे देशों से भारत में मंगाए जाने वाले स्मार्टफोन महंगे हो जाएंगे।
दूसरे शब्दों में कहें तो सरकार ने जीएसटी लागू करके एप्पल, शाओमी, नोकिया, मोटोरोला, लेनोवो और घरेलू मोबाइल निर्माता कंपनियों जैसे. इंटेक्स, लावा, माइक्रोमैक्स को बड़ी राहत दी है। जीएसटी के बाद अब सैमसंग, एलजी, ओप्पो, वीवो, जियोनी, एचटीसी जैसी विदेशी कंपनियां भारत में अपना मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट लगाने पर मजबूर होंगी। यानी जब तक भारत में इन कंपनियों के मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट शुरू नहीं हो जातेए तब तक इनके फोन महंगे बिकेंगे।