लखनऊ: लखनऊ के केजीएमयू में न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी रहे डॉ रवि देव पर एक युवती ने रेप सहित अन्य कई गंभीर आरोप लगाये हैं। फिलहाल मानगर कोतवाली में डाक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। युवती के मुताबिक वह डा. रवि देव की मरीज थी। डॉक्टर ने इलाज के दौरान नशीली दवा खिलाकर दुरचार किया और उसकी अश्लील फोटो व वीडियो बना ली। फिर उसे बदनाम करने की धमकी देकर उसका यौन शोषण करने लगा। इस दौरान वह गर्भवती हो गई और डॉ. रवि देव के विरोध के बावजूद बच्चे को जन्म दिया। पीडि़ता के मुताबिक बच्चे की हिफाजत के लिए वह अलग रहने लगी। इससे खफा डॉक्टर उसे साथ में रहने के लिए धमकाने लगा। कोई रास्ता न देख पीडि़ता ने मामले की शिकायत महानगर पुलिस से की। पुलिस ने संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
सितंबर 2013 में युवती इलाज कराने के लिए डा. रवि देव के महानगर सेक्टर.सी स्थित क्लीनिक पर गई थी। सिर में गांठ होने पर दिसंबर 2013 में डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन किया। रवि देव ने उससे कहा कि तुम्हारा मर्ज काफी बिगड़ गया है। इसलिए ड्रेसिंग भी मैं ही करूंगा। युवती के मुताबिक महानगर स्थित क्लीनिक पर वह हर दो दिन बाद ड्रेसिंग कराने जाती थी। आरोप है कि इलाज के दौरान रवि देव उसे बेहोशी की दवा खिला कर दुराचार करते रहे। साथ ही आपत्तिजनक हालत में वीडियो भी तैयार कर लिया।
अप्रैल 2014 में युवती को अल्सर की बीमारी हुई। उसे दोबारा से परिवार वाले इलाज के लिए डा. रवि देव के क्लीनिक पर ले गए। युवती को देखते ही रवि देव ने उसे केबिन में बुला लिया। वहीं कम्पाउंडर व अन्य स्टाफ को केबिन से बाहर भेज दिया। उनके जाते ही डॉक्टर युवती से अश्लील हरकत करने लगे। विरोध करने पर डॉक्टर ने उसे तैयार की गई वीडियो व तस्वीरें दिखाई। फिर साथ रहने का दबाव बनाने लगे।
बात न मानने पर वीडियो परिवार वालों को भेजने की धमकी दी। लोक लाज के कारण युवती ने डा. रवि देव द्वारा तैयार की गई अश्लील वीडियो के बारे में घर वालों को नहीं बताया। उसके डर का फायदा उठा डाक्टर ने कई बार यौन शोषण किया। एतराज जताने पर शादी करने की बात कहने लगा। इस बीच रवि देव ने घर वालों से मिल कर युवती को क्लीनिक पर नौकरी का ऑफर दिया। डॉक्टर के इस प्रस्ताव पर घरवाले भी तैयार हो गए। 26 जून 2014 को युवती मजबूरन उसके साथ आकर रहने लगी। इस बीच रवि देव ने उसे अलीगंज के एक अपार्टमेंट में रखा।
लगातार शारीरिक शोषण झेल रही युवती वर्ष 2015 में गर्भवती हो गई। उसने डाक्टर को यह बात बताई। आरोप है कि रवि देव गर्भपात कराने का दबाव बनाने लगे। परए वह इसके लिए तैयार नहीं हुई। आरोप है कि गर्भवती होने के दौरान भी रवि देव उसके साथ संबंध बनाते रहे। कई बार आप्राकृतिक संबंध भी बनाए। युवती के मुताबिक दिसंबर 2015 में बेटे को जन्म देने के बाद उसकी दिक्कतें बढ़ गई। आरोप है कि रवि देव ने क्राइम ब्रांच के सिपाही व पप्पू के साथ मिल कर उसके बच्चे को मारने का प्रयास किया।
किसी तरह वह बेटे की जान बचाने में कामयाब हुई। परए आरोपी लगातार प्रयास करते रहे। बेटे की खातिर 9 फरवरी 2018 को उसने डाण् रवि देव के चंगुल से भाग निकली। वह छिप कर रहने लगी। नौकरी की तलाश में वह गोमतीनगर जा रही थी। महानगर पीएसी के पास पहुंची। तभी रवि देव के सहयोगी क्राइम ब्रांच के सिपाही व पप्पू ने उसे घेर लिया। युवती के मुताबिक उस पर डॉक्टर के साथ रहने का दबाव बनाया। बीच सड़क पर हंगामा होने से राहगीर जमा हो गए। इस पर आरोपी मौके से धमकी देते हुए भाग निकले।
न्यूरो सर्जन की यातनाओं से परेशान युवती शनिवार को महानगर कोतवाली पहुंची। उसने तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा। परए थाने पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने डॉण् रवि देव का नाम देखते ही मामले को मैनेज करने का प्रयास किया।
इस बीच सीओ महानगर संतोष सिंह को डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा लिखाने पहुंची युवती के बारे में जानकारी हुई। उन्होंने युवती की बात सुनने के बाद महानगर पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। सीओ ने बताया कि रवि देव के खिलाफ रेप व आप्राकृतिक दुष्कर्म के साथ अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही पप्पू पत्रकार व क्राइम ब्रांच सिपाही को भी आरोपी बनाया गया है।