लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मडिय़ांव के नहरपुर गांव में एक जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। देखते ही देखते विवाद ने मारपीट का रूप ले लिया। इस दौरान सूचना पर जब मडिय़ांव पुलिस पहुंची तो पुलिस की मौके पर मौजूद दर्जनों वकीलों से झड़प हो गयी। इस बीच मडिय़ांव कोतवाल की गाड़ी तोड़ दी गयी और पुलिस वालों के साथ मारपीट करते हुए जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद कई थानों की फोर्स और पीएसी बल मौके पर पहुंचा और हालात पर काबू पाया। इस संबंध में इंस्पेक्टर मडिय़ांव ने 13 नामजद और 150 से 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है।
मडिय़ांव के नहरपुर गांव में एक जमीन है। इस जमीन को राजीव कनौजिया और वीरेन्द्र व जुबैर अपना-अपना बताते हैं। जमीन को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद पहले से चल रहा है। बताया जाता है कि सोमवार की दोपहर करीब ढाई बजे राजीव कनौजिया अपने साथ कई वकील लेकर जमीन पर पहुंचे और कब्जा करने लगे।
इस बीच दूसरे पक्ष के लोगों को इस बात की भनक लगी तो दूसरे पक्ष के लोग भी वहां पहुंच गये। इस पर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। गांव के लोगों ने मामले को तूल पकड़ता देख सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दे दी। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर मडिय़ांव अमरनाथ वर्मा मौके पर पहुंचे। आरोप है कि पुलिस का वहां मौजूद वकीलों से विवाद हो गया।
देखते ही देखते नौबत हाथापाई और मारपीट तक आ गयी। इसके बाद वहां पत्थरबाजी की और इंस्पेक्टर मडिय़ांव की सरकारी गाड़ी को तोड़ दिया गया। सिर्फ इतना ही नहीं पुलिस वालों ने जब मौके पर मौजूद लोगों का वीडियो बनाना शुरू किया तो वह लोग भड़क उठे और पुलिस वालों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगे। इस दौरान इंस्पेक्टर मडिय़ांव का चश्मा टूट गया और वर्दी भी फट गयी।
कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया
मडिय़ांव इलाके में पुलिस व वकीलों के बीच मारपीट की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस के आलाधिकारी और कई थानों की पुलिस व पीएसी बल पहुंच गया। पुलिस बल ने किसी तरह मौके से कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया और हालात पर काबू पाया। इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।
करीब 6 घंटे तक चलता रहा हंगामा
इस घटना के बाद पुलिस जब मौके से कुछ वकीलों को लेकर कोतवाली पहुंची तो उनके समर्थन में कई अन्य वकील भी वहां पहुंच गये और कोतवाली के बाहर हंगामा करने लगे। करीब 6 घंटे तक कोतवाली के बाहर हंगामा चलता रहा पर पुलिस के आगे वकीलों का हंगामा काम नहीं आया। पुलिस ने मौके से 8 दो पहिया वाहनों को भी अपने कब्जे मेें लिया है।
13 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज
इस मामले में इंस्पेक्टर मडिय़ांव अमरनाथ वर्मा ने उत्कर्ष द्विवेदी,अनुराग, देवेन्द्र कुमार, रवि कुमार, शिवा, रोहित, अनस, राजकुमार, सलीम, नीरज, तस्लीम और अजीत व 150 से 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ 7 सीएल एक्ट सहित कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है।