लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पारा इलाके में स्थित शकुंतला यूनिवर्सिटी के गल्र्स हास्टल में छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लीण् कमरा नंबर 219 में उसका शव फंदे से लटकता देखा गया। छात्रा ने दुपट्टïे से फांसी लगाई थी और कमरा अंदर से बंद था। रूम पार्टनर छात्रा ने छात्रा का शव देखा तो वह बेहोश हो गई छात्रा को फंदे से शव उतार कर यूनिवर्सिटी के छात्र इलाज के लिए पास के हॉस्पिटल ले गए जहां से डॉक्टरों न ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया ।
छात्रा के आत्महत्या और हास्टल में मेडिकल सुविधा न होने के चलते छात्रों ने देर रात हास्टल के बाहर जमकर प्रदर्शन कियाण् हंगामा बढ़ता देख कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। शकुंतला यूनिवर्सिटी के गल्र्स हास्टल के सेकेंड फ्लोर स्थित कमरा नंबर 219 में रहने वाली 23 वर्षीय पारूल ने गुरुवार देर शाम फांसी लगाकर आत्महत्या कर लीण् पारूल बीएड की पढ़ाई कर रही थी और वह गल्र्स हास्टल में साथी छात्रा के साथ रूम नंबर 219 में रहती थी पारूल मूल रुप से जगहता भाटपरानी देवरिया की रहने वाली है और उसके पिता कमलापति परिवार के साथ गांव में रहते है।
गुरुवार देर शाम छात्राएं बाहर गई थी। पारूल कमरे में अकेली थी वह रुम पार्टनर के साथ नहीं गई थी। रुम पार्टनर जब वापस लौटी तो कमरा अंदर से बंद था। उसने इसकी जानकारी हास्टल वार्डन समेत अन्य छात्राओं को दीण् काफी देर दरवाजा पीटने के बाद भी जब नहीं खिला तो अन्य कर्मचारियों को बुलाया गया। इसकी जानकारी ब्वायज हास्टल तक पहुंच गईण् दरवाजा तोड़ा गया तो पारूल का शव फंंदे से लटकता मिलाण् शव को नीचे उतारा गया तो उसके मुंह से खून भी निकल रहा थाण् यह देख कर रूम पार्टनर समेत कई छात्रा बेहोश हो गईण् करीब सात छात्राएं के बेहोश होने से भी हड़कंप मच गया।
हॉस्टल में न तो कोई एम्बुलेंस मौजूद थी और न ही मेडिकल सुविधा। ब्वायज हॉस्टल में रहने वाले छात्र अपनी बाइक से छात्रा पारूल को लेकर पास के निजी हॉस्पिटल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने पारूल की गर्दन की हड्डी टूटने बात कहकर उसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। ट्रामा पहुंचने पर डॉक्टरों ने पारूल को मृत घोषित कर दिया। पारूल की मौत और हास्टल में एम्बुलेंस सुविधा न होने पर नाराज छात्रों ने देर रात हंगामा शुरू कर दिया। नाराज छात्रों ने कुछ वाहनों में भी तोडफ़ोड़ की।
सूचना पाकर कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। छात्रा पारुल की मौत के बाद छात्राओं की तबियत अचानक बिगड़ गई। सदसे में कई छात्रा बेहोश हो गई। हास्टल में एक के बाद एक छात्राओं के बेहोश होने की सूचना पर यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के भी हाथ पांव फूल गए। 08 नंबर एम्बुलेंस को बुलाकर छात्राओं को इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया गया। देर रात पुलिस, प्रशासन और विवि के प्रशासन ने किसी तरह हंगामा कर रहे छात्रों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया।