लखनऊ: तीन राज्यों में मिली हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया की सफलता का नमूना पेश करने वाले हैं। इसके लिए उन्होंने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी को चुना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को उत्तर प्रदेश के रायबरेली स्थित आधुनिक रेल डिब्बा कारखाने का दौरा करेंगे।
उनका यह दौरा इस लिहाज से काफी अहम है कि भारत की उच्च गुणवत्ता के रेल डिब्बों के विनिर्माण और निर्यात बाजार पर नजर है। इस प्रॉजेक्ट को मोदी सरकार अपनी फ्लैगशिप स्कीम मेक इन इंडिया की सफलता के उदाहरण के तौर पर पेश करती है। यहां के दौरे से पीएम मोदी साफ तौर पर 2019 के आम चुनाव के लिए भी एक तरह से बढ़त दर्ज करने का प्रयास करेंगे। रेल मंत्रालय के अधिकारियों का दावा है कि भारत अब बेहतरीन क्वॉलिटी के कोचों की मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट के मार्केट में एंट्री के लिए तैयार है।
यही नहीं कोरिया, जापान, चीन, जर्मनी और ताइवान जैसे देशों ने फैसिलिटी सेंटर का दौरा भी किया है। एक अधिकारी ने कहा हम इसके जरिए अन्य देशों के लिए भी मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर उभरने की उम्मीद कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि रेलवे ने कुछ महीने पहले ही प्रस्ताव दिया था कि वह ऐसे देशों के लिए बुलेट ट्रेन के डिब्बे बनाने और निर्यात करने को इच्छुक है जो तेज रफ्तार गलियारे का निर्माण कर रहे हैं।
इस कारखाने को लेकर पहले ही कई देश अपनी रूचि दिखा चुके हैं। कोरिया, जापान, जर्मनी, चीन और ताइवान के अधिकारी कारखाने का दौरा कर चुके हैं। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि कई देश कम उत्पादन लागत की वजह से भारत का इस्तेमाल विनिर्माण के प्रमुख केंद्र के रूप में कर सकते हैं। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा माडर्न कोच फैक्टरी में पहली बार पूरे डिब्बे का विनिर्माण रोबोट द्वारा किया गया है।
एक किलोमीटर लंबी उत्पादन लाइन में रोबोट को समानांतर तौर पर काम में लगाया गया है जहां वे डिब्बों पर कुछ-कुछ काम कर रहे हैं। वर्तमान में 70 रोबोट काम में लगे हुए हैं। यह पूरी तरह से मेक इन इंडियाष् है।
प्रधानमंत्री के दौरे के बारे में अधिकारी ने कहा यह हमारे लिए बहुत गर्व की बात है। प्रधानमंत्री का यहां आना महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे यह संदेश जाएगा कि भारत उसके कारखानों में तैयार डिब्बों के निर्यात के लिए प्रतिस्पर्धी बाजार में उतर रहा है। इसके अलावा प्रधानमंत्री 16 दिसंबर रविवार को ही राष्ट्रीय राजमार्ग 232 के पुनर्निर्मित 133 किलोमीटर लंबे रायबरेली मार्ग को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह मार्ग बुंदेलखंड, चित्रकूट, लखनऊ और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है।