उत्तर कोरिया ने मंगलवार को जापान के ऊपर से मिसाइल दागकर इलाके में तनाव बढ़ा दिया है. यह मिसाइल 2700 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए उत्तरी प्रशांत महासागर में जाकर गिरी. विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर कोरिया ने अपने आक्रामक रवैये से अमेरिका और उसके करीबी सहयोगी को स्पष्ट कर दिया है कि वॉर गेम में वह पीछे नहीं हटेगा.अभी-अभी: काबुल में US दूतावास के पास हुआ बड़ा बम विस्फोट, चारो तरफ मचा हाहाकार….
इधर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने अमेरिका से उत्तर कोरिया पर दबाव बढ़ाने को कहा है. अबे ने कहा कि जापानी लोगों की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे.
सियोल के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ ने कहा कि नॉर्थ कोरिया की इस मिसाइल ने 2,700 किलोमीटर की दूरी तय की और 550 किलोमीटर की अधिकतम ऊंचाई तक गई. मिसाइल को उत्तरी जापान के होकाइदो आइसलैंड के ऊपर से दागा गया. माना जा रहा है कि 2009 के बाद यह पहली बार है जब नॉर्थ कोरिया की मिसाइल ने जापान को पार किया है.
उत्तरी कोरिया का हर परीक्षण इलाके में तनाव बढ़ाता जा रहा है और साथ ही यह देश अमेरिका निशाना को बनाने के लिए अपना लक्ष्य हासिल करने के करीब जाता दिख रहा है.
बता दें कि इस साल नॉर्थ कोरिया ने लगातार और तेजी से मिसाइल परीक्षण किए हैं. कुछ विश्लेषकों का मानना है कि उत्तरी कोरिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल खत्म होने से पहले ऐसा हथियार हासिल कर सकता है, जिसके जरिए वह अमेरिका को निशाना बना सकता है.
दक्षिण कोरिया ने कहा है कि वह अमेरिका के साथ स्थिति का विश्लेषण कर रहा है. ताकि नॉर्थ कोरिया के अगले एक्शन से पहले तैयारी की जा सके. विश्लेषकों का अनुमान है कि उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी की नई मिसाइल का परीक्षण किया होगा.
बता दें कि प्योंगयांग ने हाल ही में गुआम पर हमला करने की चेतावनी दी थी. सियोल ने कहा कि मिसाइल को सुनान से लॉन्च किया गया था. यह वही जगह है जहां प्योंगयांग इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्थित है. ऐसे में संभावना इस बात कि है कि नॉर्थ कोरिया ने एयरपोर्ट रनवे से रोड मोबाइल मिसाइल लॉन्च किया है.
जापान के अधिकारियों ने कहा है कि नॉर्थ कोरिया के मिसाइल दागने से अब तक किसी नुकसान की खबर नहीं है. जापान की एनएचके टीवी ने कहा कि दागे जाने के बाद मिसाइल तीन हिस्सों में बंट गया.
गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही उत्तर कोरिया ने छोटी दूरी की तीन बैलिस्टिक मिसाइलों का समुद्र में परीक्षण किया था. वही एक महीने पहले प्योंगयांग ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का दूसरा परीक्षण किया था. इस पर विशेषज्ञों ने कहा था कि यह अमेरिका की मुख्य जगहों को निशाना बना सकती है.