लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हाड़ कंपाती सर्दी में बुधवार रात रैन बसेरों का हाल जानने अचानक ही निकल पड़े। सीएम के निरीक्षण की खबर लगते ही प्रशासन के हाथ-पैर फूल गये। आनन-फानन में सुरक्षा से लेकर सीएम के निरीक्षण के लिए प्रशासन के अधिकारी इधर-उधर दौड़ लगाने लगे।
सबसे पहले सीएम अपने आवास के पा स्थित जियामऊ में नगर निगम के आश्रय गृह यानि शेल्टर होम पहुंचे। यहां जमीन पर सोते लोगों को देख सीएम ने अफसरों से साफ कहा कि कोई जमीन पर नहीं सोएगा। इंतजाम सुधारिए। सबको बेड दीजिए, बेड शीट व कंबल की साफ सफाई का ख्याल रखिए। सीएम योगी जिस पहले कमरे में गएए वहां गद्दों पर चादरें नहीं बिछाई थीं।
इस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। कहाए चादर के बिना केवल गद्दों पर कैसे लोगों को सुलाया जा रहा है चादरों की व्यवस्था की जाए। दूसरे कमरे में गद्दों पर चादरें तो थीं लेकिन तख्त नहीं थे। लोग जमीन पर सो रहे थे। सीएम ने सवाल किया। इस पर निगम के अधिकारियों ने बताया कि तख्त कम पडऩे की वजह से लोगों को जमीन पर सुलाने की व्यवस्था की गई है।
सीएम ने कहा और तख्त खरीदकर इंतजाम सुधारिए। इसके बाद सीएम ने चकबस्त रोड स्थित रैन बसेरे का भी जायजा लिया। वहां साफ. सफाई मिली। सीएम ने कहा कि हो सकता है मेरे आने की सूचना पर सफाई करवाई गई हो लेकिन ऐसी सफाई हमेशा रहनी चाहिए। सीएम ने व्यवस्था और सुधारने के साथ ही रैन बसेरे में मौजूद लोगों से हालचाल लिया। उन्होंने वहां मौजूद अफसरों को निर्देश दिया कि किसी को कोई दिक्कत न हो। गर्म पकड़ों और कंबल का इंतजाम रखो और अलाव जलाते रहो।
कंबलों के लिए सीएम ने कहा इनको धुलवाने का सही इंतजाम हो। एक निश्चित समय तय कर लीजिए। तय समय तक उपयोग हो जाने वाले कंबलों को धुलवाइये। चादरों को रोज धुल कर दीजिए।
निरीक्षण के दौरान मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि शीतलहरी शुरू होने से पहले ही सभी नगर आयुक्तों को शेल्टर होम व रैन बसेरों की व्यवस्था का निर्देश दिया गया था। ताकि गांव से आने वाले गरीब मजदूर शहरों की सड़क पर न सोएं। शहरों में अलाव की का भी प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं। रैन बसेरों में बेड शीट को रोज बदलने के साथ कंबल की आवश्यकता नुसार धुलाई कराए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।