लखनऊ। सात दिनों से लखनऊ पुलिस जिन दो हत्यारों शिवम और चिन्ना को तलाश रही थी, बुधवार की रात वह दोनों पुलिस को गोमतीनगर के विरामखण्ड इलाके में मिले। पुलिस का दावा है कि जैसे ही क्राइम ब्रांच जब उनके ठीकाने पर पहुंची तो शिवम ने पुलिस के डर से खुद को गोली मार ली। गोली लगने से शिवम की मौत हो
गयी,जबकि चिन्ना को पुलिस ने धर लिया। मौके पर पुलिस को कुछ असलहे भी मिले है।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि 3 अक्टूबर को ठाकुरगंज इलाके में हुई दो सगे भाइयों की हत्या के मामले में ठाकुरगंज के मिश्र बगिया निवासी
शिवम और चिन्ना फरार थे। उन्होंने दोनों की गिरफ्तारी पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। वहीं पुलिस ने दोनों के खिलाफ कोर्ट से एनबीडब्लू
वारंट भी हासिल किया था।
इसके बाद से आरोपी शिवम और चिन्ना दोनों फरार चले रहे थे। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम उनकी धर-पकड़ में लगी थी।बताया जाता है कि बुधवार की देर रात क्राइम ब्रांच को इस बात का सूचना मिली कि फरार शिवम और चिन्ना गोमतीनगर के विरामखण्ड इलाके में एक मकान में छुपे हुए हैं। इस सूचना पर क्राइम ब्रांच सहित पुलिस टीम उनके ठीकानेे पर पहुंच गयी।
पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी शुरु की। पुलिस का कहना है कि इस बीच घर के अंदर मौजूद शिवम और चिन्ना को घर के बाहर पुलिस की घेराबंदी की भनक लग गयी। गिरफ्तारी के डर से शिवम ने घर के अंदर ही खुद को गोली मार ली। शिवम ने गोली अपने सिर पर सटाकर मारी। गोली लगने से शिवम की मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं शिवम के खुद को गोली मारने के बाद पुलिस किसी तरह घर के अंदर घुसी और अंदर मौजूद हत्यारोपी चिन्ना को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को मौके से कुछ असलहे भी मिले हैं। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर आईजी सुजीत पाण्डेय, एसएसपी कलानिधि नैथनी, एसपी नार्थ, एसपी पश्विम विकास चंद्र त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये। पुलिस ने छानबीन कर शिवम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। छानबीन के लिए मौके पर पुलिस ने फारेंसिक टीम को भी बुलाया लिया। वहीं पुलिस पकड़े गये आरोपी चिन्ना से पूछताछ कर रही है।
शिवम के खिलाफ 6 आपराधिक मामले दर्ज थे
एसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि शिवम के खिलाफ ठाकुरगंज थाने में 6 आपराधिक मामले दर्ज है। वर्ष 2015 में शिवम के खिलाफ सबसे
पहले रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज की गयी थी। इसके बाद उसी साल उसके खिलाफ आम्र्स एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके अलावा इसी साल शिवम
के खिलाफ धमकी देने और चाकू से हमला करने की रिपोर्ट दर्ज की गयी थी। 3 अक्टूबर को शिवम के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। वहीं पकड़े गये
आरोपी चिन्ना के खिलाफ वर्ष 2016 में हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गयी थी।
यह है पूरी घटना
ठाकुरगंज के रहने वाले दो सगे भाईयों इमरान गाजी और अरमान गाजी को बीते 3 अक्टूबर को शिवम, चिन्ना और साहिल ने मुसाहिबगंज इलाके मेें घेर लिया था।
घटना के बाद दोनों भाई अपनी कार से घर वापस जा रहे थे। इसके बाद आरोपियों ने पुरानी रंजिश के चलते इमरान और अरमान को पहले तो बुरी तरह पीटा था,
इसके बाद दोनों को गोली मार दी गयी थी। गोली लगने से घायल दोनों भाइयों इमरान और अरमान की मौत हो गयी थी। घटना के अलग ही दिन यानि 4 अक्टूबर को
पुलिस ने नामजद आरोपी साहिल को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं आरोपी शिवम और चिन्ना फरार थे। ठाकुरगंज पुलिस ने शिवम और चिन्ना को शरण देने के मामले में चिन्ना के सौतले और शिवम के सगे भाइयों को भी गिरफ्तार किया था।