अहमदाबाद: विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगडिय़ा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैं हिंदू एकता की कोशिश में लगा हुआ हूंए लेकिन मेरी आवाज को दबाने की कोशिश हो रही थी। केंद्र की खुफिया एजेंसियां लोगों को डरा रही हैं। पुराने केस निकालकर आईबी से लोगों को डराया जा रहा है।

तोगडिय़ा ने बताया कि वो परसों मुंबई के कार्यक्रम में थे। सुबह जब वो पूजा पाठ कर रहे थे तभी एक व्यक्ति उनके कमरे में आया और बोला कि तुरंत कार्यालय छोड़ दो, आपका एनकाउंटर करने के लिए लोग निकले हैं। तोगडिय़ा ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखा।
उनके खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं जिनकी जानकारी उनके पास नहीं हैं। 20.20 साल के केस निकलवाकर एक जेल से दूसरी जेल भेजने का क्रम गुजरात से शुरू हुआ था। तोगडिय़ा ने यह भी कहा कि उनकी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन वह हिंदुओं के लिए लगातार काम करते रहेंगे। राम मंदिरए स्वास्थ्यए शिक्षा की आवाज उठाते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि उनसे कहा गया कि वो कोर्ट के सामने आ जाएंए अगर वो राजस्थान पुलिस की पकड़ में आ जाते तो उनके खिलाफ लंबे समय से किया जा रहा षड्यंत्र सफल हो जाता।
उन्होंने बताया कि लोगों को उनकी स्थिति का पता न लग सके इसलिए उन्होंने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। उनकी जानकारी में उनके खिलाफ राजस्थान में कोई केस नहीं था। बाद में पता चला कि वे मुझे अरेस्ट करने आए हैं। तोगडिय़ा ने कहा कि उन्होंने कोई अनैतिक काम नहीं किया है। वो कानून का पालन करेंगे। उनका जीवन रहे या न रहे, लेकिन वो राम मंदिरण् गोरक्षा के लिए अकेला लड़ते रहेंगे।
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