असम: एक बार फिर पूर्वोत्तर राज्य असम में बच्चा चोर होने के शक में भीड़ में एक इंजीनियर और एक कारोबारी को पीट-पीट कर मौत के घाट उतर दिया। दोनों खुद को बेकसूर बताते रहे पर भीड़ ने उनकी एक भी नहीं सुनी। फिलहाल इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गयी है।
असम के कारबी आंग्लांग जिले में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ ने दो लोगों की पीट.पीटकर हत्या कर दी। साउंड इंजीनियर नीलोत्पल दास और एक व्यापारी अभिजीत नाथ शुक्रवार की रात लगभग आठ बजे पंजारी कछारी गांव में देखे गए थे। कारबी आंग्लांग के पुलिस अधीक्षक वीण् शिवा प्रसाद गंजाला ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि वे दोनों कांग्थीलांगसो स्थित एक झरना देखने जा रहे थे।
लेकिन उन्होंने न तो किसी को इसकी सूचना दी थी और न ही किसी स्थानीय गाइड को साथ लिया था। पुलिस ने बताया कि बच्चा चोर होने के संदेह में गांव वालों ने उनकी काले रंग की स्कार्पियो कार को घेर लिया और दोनों को बाहर निकाल कर पीटने लगे। इससे उनकी मौत हो गई। सोशल मीडिया पर इस पिटाई का वीडियो भी वायरल हो गया है।
इसमें नीलोत्पल दास हमलावरों से गिड़गिड़ाते हुए कहता नजर आ रहा है कि वह भी असमिया है। उसकी पिटाई व हत्या नहीं की जाए। वह अपनी मां व पिता का नाम भी बता कर खुद को छोडऩे की गुहार लगाता नजर आ रहा है। पुलिस ने इस मामले में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर इलाके में बच्चा चोरों के सक्रिय होने की अफवाहें फैल रही थीं।
घटना की सूचना पाकर राजधानी गुवाहाटी से कारबी आंग्लांग पहुंचे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश अग्रवाल ने कहा कि एक बार किसी अफवाह के जोर पकडऩे पर उसे ठंडा होने में समय लगता है।
उन्होंने बताया कि बीते कुछ दिनों के दौरान राज्य के शोणितपुरए,नगांव और पश्चिमी कारबी आंग्लांग में इन अफवाहों की वजह से कई लोगों की पिटाई हो चुकी है। ध्यान रहे कि जुलाईए 2016 में निचले असम के चिरांगए दरंगए बक्सा और शोणितपुर जिलों में बच्चा चोर होने के संदेह में हिंसा की घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई थी।