कर्नाटक में सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ सदस्यों में असंतोष के बीच भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने की उम्मीद में बैठ हुई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने शनिवार को कहा कि यदि कांग्रेस और जेडीएस के नेता बीजेपी में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. साथ ही उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं से भी अपील की कि डरें नहीं कि नए लोग पार्टी में जगह ले लेंगे. हम सब मिलकर काम करेंगे.
येदियुरप्पा ने शुक्रावार को दावा किया था कि कांग्रेस और जेडीएस के कई नेता उनकी पार्टी में शामिल होने को तैयार हैं. विधानसभा में विपक्ष के नेता येदियुरप्पा ने यहां बीजेपी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को ‘अपवित्र गठबंधन’ भी करार दिया.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह संयम रखेंगे और जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाएंगे. गठबंधन पहले से ही काफी अस्थिर है. जेडीएस और कांग्रेस का अपवित्र गठबंधन अपने आप गिर जाएगा और यह पांच साल पूरे नहीं करेगा. हम बजट पेश करने तक इंतजार करेंगे और उसके बाद अपना अगला कदम उठाएंगे.
बागियों को बीजेपी में लाओ
येदियुरप्पा ने अपनी पार्टी के लोगों से कहा कि वे 2019 के आम चुनाव में राज्य की 28 लोकसभा सीटों में 25 पर बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने की दिशा में काम करें. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस और जेडीएस के कई नेता मौजूदा राजनीतिक स्थिति में बीजेपी में शामिल होने को तैयार हैं. मैं नेताओं से अपील करता हूं कि वे ईमानदार और सक्षम लोगों को लाकर पार्टी को मजबूत करने की दिशा में काम करें.’ उन्होंने कहा , ‘जो लोग बीजेपी में आने को तैयार हैं , हमें उन तक, उनके घरों तक व्यक्तिगत रूप से जाना होगा और उन्हें पार्टी में लाने तथा लोकसभा चुनाव के वास्ते पार्टी को मजबूत करने के लिए उनसे बात करनी होगी.’
इससे पहले जब कैबिनेट विस्तार के बाद कांग्रेस और जेडीएस, दोनों में व्यापक असंतोष था, तब येदियुरप्पा ने दावा किया था कि सत्तारूढ़ गठबंधन के कई नेता उनकी पार्टी में शामिल होने को इच्छुक हैं.
अटकलों को किया खारिज
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलने के लिए येदियुरप्पा की हालिया अहमदाबाद यात्रा के बाद ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि कांग्रेस के कई असंतुष्ट विधायक उनके संपर्क में हैं और पाला बदलने के लिए तैयार हैं, जिससे बीजेपी राज्य में एक बार फिर सरकार बनाने की कोशिश कर सकती है. हालांकि, येदियुरप्पा ने यह कहते हुए इन अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश की थी कि वह शाह को पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के लिए आमंत्रित करने वहां गए थे.
बहुमत नहीं कर पाए थे साबित
येदियुरप्पा ने पिछले महीने विधानसभा में विश्वासमत का सामना किए बगैर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था क्योंकि बीजेपी बहुमत जुटाने में विफल रही थी. इस साल मई में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के बाद शुक्रवार बीजेपी की राज्य कार्यकारिणी की पहली बैठक हुई. इसमें पार्टी महासचिव मुरलीधर राव , केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार , रमेश जिगाजिनगी और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार सहित अन्य नेता शामिल हुए.
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