BJP के अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेसवार्ता ने बीजीपी की जीत के लिए बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आजादी के बाद की सबसे बड़ी जीत है।पार्टी ने रामलहर के पिछले रिकार्ड को तोड़ते हुए लगभग तीन सौ सीटों का आंकड़ा हासिल कर सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। पार्टी ने इन चुनावों में जो नए रणनीतिकार उतारे थे वे भी पूरी तरह सफल रहे हैं।
भाजपा ने उत्तरप्रदेश में किसी बड़े नेता को चुनाव प्रभारी नियुक्त नहीं किया था। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह खुद पूरी कमान संभाले थे। उनकी कोर टीम में महासचिव भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल, अनिल जैन, जे पी नड्डा प्रमुख थे। संगठन स्तर पर ओपी माथुर व सुनील बंसल ने सारा जिम्मा संभाला हुआ था। प्रचार का नेतृत्व खुद प्रधानमंत्री मोदी ने खुद संभाला हुआ था। वाराणसी क्षेत्र के चुनाव में तो मोदी ने पूरे तीन दिन प्रचार किया। उनके नेतृत्व में पूरे प्रदेश में अमित शाह व राजनाथ सिंह ने जमकर प्रचार किया था
उत्तरप्रदेश के चुनावों में मिली सफलता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मजबूत हुए है। इस चुनाव को नोटबंदी से लेकर गरीब कल्याण की उनकी योजनाओं पर सफलता की मुहर के रूप में देखा जा रहा है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अपनी त्वरित टिप्पणी में कहा है कि मोदी सिर्फ एक नेता ही नहीं विचार के रूप में उभरे हैं। विरोधियों के उन पर निजी प्रहारों का जनता ने करारा जबाब दिया है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी अपनी रणनीति का लोहा मनवाते हुए बिहार व दिल्ली में मिला असफलता को उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड में बड़ी सफलता में तब्दील कर 2019 की तैयारी शुरू कर दी है। उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड के नतीजों का सबसे बड़ा असर राष्ट्रपति चुनावों पर पड़ेगा, जिसमें उसकी जीत तय है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि अब आंकड़े हमारे पक्ष में है। भाजपा व सहयोगियों के पास राष्ट्रपति चुनाव के लिए पर्याप्त वोट हैं। नतीजों की समीक्षा के लिए आज देर शाम या रविवार को भाजपा केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक होगी। प्रधानमंत्री मोदी भी संसदीय बोर्ड की बैठक में भाग लेने के लिए ही पार्टी मुख्यालय में आएंगे। राज्यों में विधायक दल के नेता का चुनाव होली के बाद होगा।
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