उन्होंने अपने शासनकाल में जारी शासनादेश पर सफाई देते हुए कहा कि आदेश में झूठे मामलों से बचने के लिए अविलंब जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे, जिसे बाद में वापस लेकर एससी-एसटी एक्ट को उसकी मूल भावना के अनुरूप लागू करने का आदेश भी जारी किया गया था।
2 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दलित समुदाय द्वारा अयोजित भारत बंद के दौरान हुई हिंसा के लिए मायावती ने बीजेपी सरकार पर ठीकरा फोड़ा। उन्होंने कहा कि भारत बंद के दौरान सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में हिंसा हुई।
जबकि पूरे देश में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया। बीजेपी और उसके सहयोगी संगठनों पर निशाना साधते हुए कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन को हिंसक बनाने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल भी किया गया।