उत्तर प्रदेश में पेट्रोल तथा डीजल के दाम कम करने के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा से भाजपा विपक्ष के हमले की धार को कुंद करने के प्रयास में हैं। माना जा रहा है कि पीएम मोदी के इस कदम से भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष के हाथ से एक और मुद्दा छीन लिया है।
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश के साथ उत्तर प्रदेश में विपक्ष भाजपा की सरकार पर बेहद मुखर था। इसके साथ ही विपक्ष ने उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा के चुनाव में इस मुद्दे को भुनाने की बड़ी योजना भी बना ली थी। इसी बीच किसी को भी जरा सी खबर नहीं थी कि पीएम नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को राष्ट्र के नाम संदेश में इतनी बड़ी घोषणा कर देंगे। इससे पहले भी केन्द्र सरकार के साथ ही राज्य सरकार ने पेट्रोल तथा डीजल के दाम में भारी कमी करके लोगों को बढ़ी महंगाई से थोड़ी राहत देने का प्रयास किया था। इसके साथ ही इससे पहले पेट्रोल डीजल के दाम घटाकर भी सरकार ने महंगाई को लेकर विपक्ष के हमले को ठंडा किया था।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पीएम नरेन्द्र मोदी के तीन कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून वापस वापस लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को अभिनन्दन करता हूं। किसान आंदोलन के नाम पर चुनाव आंदोलन करने वाले दल और नेता तो को बेरोजगार हो गए है। इनकी कोई भी साजिश अब सफल नहीं होगी कमल खिला है और खिला ही रहेगा।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा किसानों के लिए सब कुछ करने को तैयार थी है और रहेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा विरोधी विपक्षी दलों और नेताओं को जो किसानों को गुमराह कर रहे थे को अब बेरोजगार कर दिया है। किसानों के नाम पर राजनीतिक दुकान चलाने वालों को आज रात नींद नहीं आयेगी।