पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को राष्ट्रीय स्तर पर हराने के लिए गैर-भाजपा पार्टियों के महागठबंधन की जरूरत है। जनता दल-युनाइटेड (जद-यू) के अध्यक्ष ने यहां मीडिया से कहा कि अगर महागठबंधन हो जाए तो अगले संसदीय चुनाव में वह जरूर कामयाब होगा।
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2019 के लोकसभा चुनाव में हिंदुत्व होगा बड़ा मुद्दा
उन्होंने कहा, “2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जद-यू, राजद और कांग्रेस का महागठबंधन हुआ था, जो पूरी तरह सफल रहा और भाजपा के नेतृत्ववाला राजग हार गया।” नीतीश ने कहा कि धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण, जातीय समीकरण और धनबल की बदौलत हाल के चुनाव में कई राज्यों में कामयाब हुई भाजपा के बढ़ते कदम को कैसे रोका जाए, इसका एकमात्र जवाब है-महागठबंधन।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के इस देश में जिस तरह हिंदुत्व को बढ़ावा दिया जा रहा है, यह देश के सामाजिक तानेबाने के लिए बहुत ही घातक है। इसे हर हाल में रोकना होगा। भाजपा धर्मनिरपेक्ष दलों में बिखराव का फायदा उठा रही है। उसे रोकने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर गैर-भाजपा दलों का एकजुट होना बहुत जरूरी है। जद-यू नेता ने गैर-भाजपा दलों से अपील की कि वे देश की सत्ता पर काबिज गठबंधन के एजेंडे पर अपनी प्रतिक्रिया देने के बजाय अपना एजेंडा तय करें।
नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री पद को गरिमापूर्ण ढंग से संभालने के लिए देश में नेताओं और चेहरों की कमी नहीं है।
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