11 मार्च को बिहार में एक लोकसभा और 2 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होने वाले हैं. मगर इन चुनावों से जदयू ने खुद को अलग ही रखा है. इस बात की औपचारिक घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कर दी है कि जदयू इन तीनों सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी और ना ही चुनाव में हिस्सा लेगी. इसके बावजूद भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने जदयू से अपील की है कि वह इन 3 सीटों में से किसी एक पर अपना उम्मीदवार खड़ा करें.
नित्यानंद राय ने जदयू से अपील की है कि पार्टी उप चुनाव में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाए और चुनाव से अलग रहने का उनका जो फैसला है उस पर पुनर्विचार करें. नित्यानंद राय ने कहा कि बीजेपी तीनों सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरीके से तैयार है. मगर उप चुनाव में एनडीए की पूरे तरीके से भागीदारी हो इसको सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि सहयोगी दल इसमें पूरे तरीके से अपनी भागीदारी निभाएं.
नीतीश कुमार और जदयू के प्रदेश प्रवक्ता वशिष्ठ नारायण सिंह से व्यक्तिगत अपील करते हुए नित्यानंद राय ने कहा है कि उन्हें इन उप चुनावों में किसी एक सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा करना चाहिए. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में एनडीए के पक्ष में माहौल है और इसे पुख्ता तरीके से प्रदर्शित करने के लिए प्रमुख सहयोगी दल जदयू को चुनाव में हिस्सा लेना चाहिए.
गौरतलब है कि बीजेपी चाहती है कि जदयू अपना उम्मीदवार जहानाबाद विधानसभा सीट पर उतारे. गौरतलब है कि अररिया लोकसभा सीट के लिए पार्टी के तरफ से उम्मीदवार प्रदीप कुमार होंगे. वहीं भभुआ विधानसभा सीट के लिए पार्टी की उम्मीदवार रिंकी पांडे होंगी. पेंच दरअसल जहानाबाद सीट को लेकर फंसा हुआ है.
वहीं एनडीए के दूसरे सहयोगी दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के दोनों गुट इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं. मगर बीजेपी चाहती है कि इस सीट पर जदयू अपना उम्मीदवार उतारे. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी जहानाबाद सीट पर जदयू नेता अभिराम शर्मा को उतारने की सोच रही है.
जहानाबाद सीट पर एनडीए खेमे से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने दावा ठोका था. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा था कि वह जहानाबाद सीट पर अपना उम्मीदवार किसी भी कीमत पर उतारेंगे. मगर बाद में उसने फैसला किया कि वह इस सीट पर अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी.