मिस्र: मिस्र के अशांत उत्तरी सिनाई में एक मस्जिद के समीप जुम्मे की नमाज के दौरान हुए बम धमाके में कम से कम 54 लोगों की मौत हो गई और 75 लोग घायल हो गए। अलआरिश में अल रॉवडा मस्जिद के समीप यह बम लगाया था जो नमाज के दौरान फट गया। फिलहाल अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी आतंकी संगठन ने नहीं ली है।
घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए करीब 50 एंबुलेंस को मौके पर भेजा गया। मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी इस घटना पर चर्चा के लिए अधिकारियों के साथ आपात बैठक करेंगे। सूत्रों के बताया कि विस्फोट के बाद बंदूकधारियों ने श्रद्धालुओं और वहां से भाग रहे लोगों पर गोलियां भी चलाई।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता खालिद मेगाहेद ने बताया कि इस हमले में 75 लोग घायल हो गए। वैसे किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। मिस्र के उत्तरी सिनाई में जनवरी 2011 से ही कई हिंसक हमले हुए हैं।
जनवरी 2011 में हुई क्रांति से राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक की सत्ता चली गई थी। गौरतलब है कि इसी साल अप्रैल महीने में मिस्र के राष्ट्रपति ने देश में तीन माह के आपातकाल की घोषणा कर दी थी और साथ ही विशेष सैन्य बलों को आदेश दिए थे कि वे देश के अहम प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करें।
राष्ट्रपति ने यह आदेश इस्लामिक स्टेट समूह द्वारा गिरिजाघरों पर किए गए दो शक्तिशाली बम हमलों के बाद जारी किया था। उन हमलों में कम से कम 45 लोग मारे गए थे और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।