लखनऊ: बदलती हुई जीवन शैली में मधुमेह एक बड़ी बीमारी के रूप में सामने आ रही है। अब तो इस बीमारी से बुजुर्ग ही नहीं बल्कि कम उम्र के लोग भी प्रभावति हो रहे हैं। शुगर की बीमारी को रोकने और उसके इलाज पर लोगों को दवा के नाम पर काफी रूपये खर्च करने पड़ जात हैं। लेकिन आज हम आपको ऐसे नुसके के बारे में बताते जा रहे हैं ,जो आसान भी है और सस्ता भी है।

मधुमेह का इलाज भिंडी से किया जा सकता है। यह बात सुनने में थोड़ी अजीब होगी पर सचा है। शुगीर को भिंडी से रोका जा सकता है और उसको कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है के। आइए जानते हैं मधुमेह को कंट्रोल करने के लिए भिंडी का उपयोग कैसे करना है। कच्ची भिंडी खाने से मधुमेह कंट्रोल में हो जाती है।
इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर डायबिटिक रोगियों की सेहत के लिये काफी अच्छा माना जाता है। आइये जानते हैं मधुमेह कंट्रोल करने के लिए कच्ची भिंडी का उपयोग कैसे करना है। दो भिंडी लीजिये और उसे आगे और पीछे दोंनो ओर से काट लें। इसमें से एक एक चिपचिपा सफेद तरल बाहर आना शुरू हो जाएगा जिसे आपको धोना नहीं है।
जब आप सोने जाएं तब इन कटी हुई भिंडी को पानी के गिलास में डाल दीजिये और गिलास को ढंक दीजिये। सुबह होते ही पानी में से कटी हुई भिंडी के टुकड़े को निकालिये और पानी को पी लीजिये। अगर आपको ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में करना है तो इस विधि को लगातार कुछ महीनों के लिये करें। कच्ची भिंडी आपके लिये जितनी फायदेमंद होगी उतनी पकाई हुई भिंडी बिल्कुल नहीं होगी।
टाइप 2 डायबिटीज होने से किडनी पर भी असर पड़ता है। भिंडी खाने से किडनी की समस्या दूर होती है। तो ऐसे में अगर आप मधुमेह से ग्रस्थ हैं तो भिंडी खाइये। जीआई का मतलब होता है ग्लाइसिमिक इंडेक्स। हर मधुमेह रोगी को ऐसा अहार खाने की सलाह दी जाती है जिसमें ग्लाइसिमिक इंडेक्स की मात्रा कम हो। भिंडी में केवल 20 प्रतिशत ग्लाइसिमिक इंडेक्स होता है जो कि बहुत ही कम माना जाता है।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features