लखनऊ: समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का दर्द आज फिर झलक उठा। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि जो बेटा पिता का नहीं हो सकता वह जनता का क्या होगा। वहीं मुलायम सिंह यादव ने नई पार्टी बनने की बात पर पूर्ण विराम लगा दिया।
मुलायत सिंह ने बीएचयू में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि बीएचयू में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि यूपी में कानून का शासन खत्म हो गया है। साथ ही केंद्र सरकार पर भी उन्होंने निशाना साधते हुए कहा पिछले तीन साल में इस सरकार ने कुछ भी नहीं किया।
पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। इसके अ लावा उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और बेटे अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा अखिलेश मेरे बेटे हैं इसलिए उनको मेरा आर्शीवाद जरूर है लेकिन मैं उनके फैसलों से सहमत नहीं हूं। इसके अलावा जब उनसे पूछा गया कि आपको पार्टी अध्यक्ष बनाने की बात कही थी तो उस पर मुलायम बोले जिस व्यक्ति ने अपने बाप को धोखा दिया उस पर जनता क्या विश्वास करेगी।
हालांकि शुरुआत में कयास लगाए जा रहे थे कि वो इस प्रेसवार्ता में नई पार्टी बनाने की घोषणा कर सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नई पार्टी बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि वो किसी भी तरह की नई पार्टी बनाने की बात से इनकार कर दिया। इसी साल जनवरी में अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी की कमाने अपने हाथ में ले ली थी।
समाजवादी पार्टी के दोनों धड़ों में जारी रस्साकशी के बीच शनिवार को अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वे श्नकली समाजवादियोंश् से सावधान रहें।
हालांकि अखिलेश ने यह भी कहा कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद उनके साथ बना रहेगा और वह उनके आंदोलन को ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे। बीते गुरुवार को मुलायम की अध्यक्षता वाले लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से अखिलेश के करीबी रामगोपाल यादव को हटा दिया गया था। उनकी जगह मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल यादव को सचिव बनाया था। मुलायम सिंह की इस प्रेम वार्ता में शिवपाल यादव गायब रहे। इस बात को लेकर भी कई चर्चाएं हैं।