लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कैसरबाग इलाके में रहने वाले एक बुजुर्ग एलआईएसी एजेंट के कर्मचारी की बेरहमी से हत्या कर दी गयी। बुजुर्ग का शव कमरे में फर्श पर पड़ा मिला। अभी तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि बुजुर्ग की हत्या किसने और क्यों की, पर पुलिस को आशंका है कि इस घटना के बाद किसी करीबी का हाथ हो सकता है।
इंस्पेक्टर कैसरबाग डीके उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखण्ड के नैनीताल निवासी 60 वर्षीय संजय सहनवाल कैसरबाग के मकबूलगंज इलाके में एक ट्रस्ट के कमरे में अकेले रहते थे। संजय एलआईसी एजेंसी प्रसूर मिश्र के साथ सहायक का काम करते थे और उनके ही घर खाते-पीते भी थे।
बताया जाता है कि शनिवार की सुबह लोगों ने संजय के कमरे का दरवाजा खुला देखा। लोगों ने जब झांक कर अंदर नज़र डाली तो उनको बुजुर्ग संजय का शव फर्श पर पड़ा मिला। लोगों ने फौरन इस बात की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही मौके पर एसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी और कैसरबाग पुलिस भी पहुंच गयी। कमरे में रखा सारा बिखरा पड़ा था। ऐसा लग रहा था कि कमरे में लूटपाट की कोशिश की गयी है।
वहीं बुजुर्ग संजय के गले पर एक तार बंधा था और सिर पर चोट के निशान थे। छानबीन के दौरान पुलिस को एक टेबिल फैन भी मिला, जिसपर खून लगा था। ऐसी आशंका है कि उसी टेबिल फैन से संजय के सिर पर वारकर उनकी हत्या की गयी है। संजय की हत्या की खबर मिलते ही पास में रहने वाले उसके चचेरे भाई राजीव सहनवाल भी मौके पर पहुंच गये।
पुलिस ने जब उनसे बातचीत की तो उन्होंने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया। पुलिस ने छानबीन के लिए फारेंसिक टीम और डाग स्क्वायड को भी बुला लिया। छानबीन के बाद पुलिस ने संजय के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस संबंध में पुलिस ने राजीव की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। अभी तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि संजय की हत्या किसने और क्यों की। इंस्पेक्टर कैसरबाग का कहना है कि मामले में सभी पहलुओं पर छानबीन की जा रही है।
शराब पीने के थे आदी, कमरे से मिली शराब की शीशी भी
इंस्पेक्टर कैसरबाग डीके उपाध्याय ने बताया कि संजय शराब पीने के आदी थी। उनको रोज के हिसाब से 100 रुपये मिलते थे और वह अधिकतर रुपये शराब में ही उड़ा देते थे। छानबीन के दौरान पुलिस को कमरे से शराब की खाली शीशी भी मिली है। पुलिस को आशंका है कि शराब के नशे में हुए विवाद में शादय संजय की हत्या की गयी है।
सुबह पांच बजे घर के बाहर देखे गये थे
शुरुवाती छानबीन के दौरान पुलिस को मोहल्ले के ही कुछ लोगों से इस बात का पता चला है कि संजय शनिवार की सुबह करीब 5 बजे अपने घर के दरवाजे पर बैठे थे। इसके बाद क्या हुआ,किसी को कुछ नहीं पता। पुलिस इस बात को लेकर छानबीन में लगी है कि शायद पांच बजे के बाद कोई संजय के घर शराब पीने के लिए आया और फिर दोनों के बीच बहस हुई और हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया।
पास में रहने वाले मजदूरों पर शक
बुजुर्ग संजय के घर के पास कुछ लेबर रहते हैं। लोगों से पुलिस को इस बात का पता चला है कि संजय की उन लेबरों से जान पहचान थी। इस बात को मानते हुए पुलिस संभावना जता रही है कि हो सकता है कि वारदात के पीछे उन्हीं लेबरों में से कोई एक शामिल हो।
सामान बिखरा कर लूट का रूप देने की कोशिश की गयी
एसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि बुजुर्ग संजय के पास ऐसा कुछ भी नहीं था, जिसको लूटने के लिए उनकी हत्या की जाये। उन्होंने बताया कि घर का सामान शायद संघर्ष के दौरान बिखर गया, या फिर आरोपियों ने सामान को बिखरे कर हत्या को लूटपाट के दौरान हत्या का रूप देने की कोशिश की। फिलहाल उन्होंने बताया कि पुलिस की टीम छानबीन में लगी है और जल्द ही वारदात को खुलासा कर लिया जायेगा।