लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर और सहरानपुर में जहरील शराब से हुई दर्जनों मौत का मुद्दा सोमवार को विधानसभा में भी सुनाई दिया। सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्य वेल में आकर शोर शराबा करने लगे और जहरीली शराब मामले को लेकर सदन में चर्चा कराए जाने की मांग उठाई।
इस बीच हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पहले आधे घंटे के लिए और फिर 12.20 बजे तक स्थगित कर दी। सुबह 11 बजे विधान सभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई वैसे ही विपक्ष के सदस्य जहरीली शराब मामले को लेकर हंगामा करने लगे। सदन में कांग्रेस के नेता लल्लू सिंह ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि इस मुददे पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।
सरकार की संवेदनहीनता है कि कोई भी प्रतिनिधि अब तक पीडि़तों से मिलने नहीं गया। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब को लेकर 2 जनवरी को ही सीएम को शिकायती पत्र दिया गया था।
लल्लू ने कहा कि नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। कांग्रेस इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग करती है। विपक्ष के आरोप का जवाब संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने घटना का संज्ञान लिया है। लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सरकार ने कार्रवाई की है। सरकार यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति न हो।