वाराणसी: बीएचयू में शनिवार रात को हुए लाठीचार्ज चौतरफा आलोचना और हंगामे के बाद लंका थाने के स्टेशन ऑफिसर, भेलुपुर थाने के सर्किल ऑफिसर और एक एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट एसीएम को हटा दिया गया है। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पूरी घटना की रिपोर्ट मण्डलायुक्त से मांगी है।
गौरतलब है कि रविवार को प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि बीएचयू के पूरे मामले पर शासन की निगाह है। प्रशासन से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। कमिश्नर से भी रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं इस पूरी मामले में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी समाचार लिंक शेयर करते हुए बीएचयू में बवाल को लेकर सरकार पर तंज कसा है जबकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर बीएचयू में लाठीचार्ज की निंदा की है।
इसके अतिरिक्त भी विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों ने भी बीएचयू में लाठीचार्ज और उसके बाद के हालातों पर अपनी बेबाक राय जाहिर की। वाराणसी में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज के दौरान पत्रकारों पर भी हमले को सीएम ने संज्ञान लिया है।
लाठीचार्ज के बारे में मुख्यमंत्री ने वाराणसी मंडल के कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने सीएम ऑफिस के ट्विटर एकाउंट पर भी इसे पोस्ट किया। इस बीच गृह विभाग पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है। प्रमुख सचिव ने सुबह जिलाधिकारी को भेजकर घायल पत्रकारों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
सीएम के ट्विटर एकाउंट पर रविवार को योगी की ओर से पत्रकारों पर लाठी चार्ज और पूरे घटनाक्रम पर दो अलग-अलग ट्वीट किए गए। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि बीएचयू के पूरे मामले पर शासन की निगाह है। प्रशासन से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। कमिश्नर से भी रिपोर्ट मांगी गई है। बीएचयू लाठीचार्ज के दौरान पत्रकारों पर हमले के बाबत वाराणसी कमिश्नर से जवाब तलब करने की जानकारी सीएम आफिस की ओर से ट्वीट जारी कर शेयर की गई है।