प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आतंकी धमकी के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस को आज एक बड़ी सफलता मिली है। उत्तर प्रदेश पुलिस के एटीएस (एंटी टेररिजम स्क्वॉड) ने आज आतंकी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। इस आतंकी को कानपुर से पकड़ा गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के एटीएस के महानिरीक्षक असीम अरुण ने बताया कि डीजीपी ओपी सिंह आज शाम को मीडिया को इस बाबत विस्तृत जानकारी देंगे। हिज्ब-उल-मुजाहिदीन से जुड़ा आतंकी बेहद खतरनाक बताया जा रहा है। यूपी एटीएस की टीम ने कानपुर से कमरुज्जमा को गिरफ्तार किया। कमरुज्जमा को कानपुर के चकेरी से पकड़ा गया।यूपी एटीएस को बड़ी सफलता मिली। डीजीपी ओपी सिंह इस प्रेसवार्ता में पकड़े गये हिजबुल के आतंकी के विषय पर अहम खुलासे करेगे।
जानिए, हिजबुल मुजाहिद्दीन का इतिहास
जम्मू-कश्मीर में आतंक का दूसरा नाम हिजबुल मुजाहिद्दीन को हिज्ब-उल-मुजाहिद्दीन या एचएम के नाम से भी जाना जाता है, जिसका गठन 1990 के आसपास हुआ था। इसका गठन मास्टर एहसान डार ने किया था। हिजबुल मुजाहिद्दीन जम्मू-कश्मीर के सबसे बड़े और पुराने आतंकी संगठनों में से एक है। इसका मुखिया सैयद सलाहुद्दीन के नाम से जाना जाता है। इस आतंकी संगठन का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में भय का वातावरण बनाकर कश्मीर को भारत से अलग करके पाकिस्तान में उसका विलय करना है। कश्मीर में आतंकियों और अलगाववादियों को हुई विदेशी फंडिंग की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन के दूसरे बेटे सैयद शकील अहमद को श्रीनगर के रामबाग इलाके में उसके घर से गिरफ्तार किया।