लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज शाम का गोरखपुर दौरा स्थगति कर दिया गया है। उनका वाराणसी के बाद सीधे गोरखपुर जाने का कार्यक्रम था। फिलहाल सीएम अब वाराणसी दिल्ली और फिर वहां से राजस्थान के अलवर जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री अब 21 व 23 सितंबर के अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गोरखपुर आएंगे। इसके अलावा उनके 28 सितंबर को भी गोरखपुर आने की उम्मीद है। वह 28 सितंबर को अपनी कर्मस्थली गोरखपुर आएंगे और 30 सितंबर तक यहां प्रवास करेंगे। आज वाराणसी के दौरे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर जाने वाले थे मुख्यमंत्री योगी का गोरखपुर दौरा रद्द हो गया है।
अब वाराणसी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली रवाना होंगे। मुख्यमंत्री योगी दिल्ली से हरियाणा के रोहतक में जायेंगे। सीएम योगी नाथ संप्रदाय के सहप्रमुख की शोक सभा में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री नाथ संप्रदाय के सह प्रमुख और सांसद चाँदनाथ की शोक सभा में शामिल होंगे।
गौरतलब है किए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ संप्रदाय के प्रमुख हैं। अस्थल बोहर मठ के महंत और अलवर से सांसद ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ का श्री गोरक्षपीठ से गहरा रिश्ता नाता था। उनके निधन से नाथ संप्रदाय से जुड़े लोगों में शोक की लहर है। श्री गोरक्षनाथ मंदिर में उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया।
गोरखनाथ मंदिर से महंत चांद नाथ का गहरा जुड़ाव था। गोरक्षपीठाधीश्वर एवं पूर्व लोकसभा सांसद महंत अवेद्यनाथ के ब्रह्मलीन होने के समय उनकी सक्रिय उपस्थिति ने सभी का ध्यान आकर्षित किया था। सभी ने गोरक्षपीठ और महंत अवेद्यनाथ से उनके गहरे संबंध को महसूस किया था।
उसके बाद भी जब ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थली पर उनकी प्रतिमा की स्थापना हुई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ भी शामिल हुए थे। उन्होंने श्रद्धांजलि सभा में जब उदबोधन करना शुरू किया तो ब्रह्मलीन संत अवेद्यनाथ के प्रति अपने लगाव की चर्चा करते हुए भावुक हो रो पड़े थे। गोरखनाथ मंदिर से जुड़े लोग बताते हैं कि अक्सर महंत अवेद्यनाथ एवं उनके बाद के दिनों में महंत योगी आदित्यनाथ भी रोहतक जाया-आया करते थे। गोरखनाथ मंदिर में महंत चांदनाथ को स्नेह मिलता था वे स्वयं भी यहां लोगों को स्नेह दिया करते थे।