लखनऊ; राम मंदिर निर्माण को लेकर गुरुवार सुबह दिगंबर अखाड़े के प्रमुख महंत सुरेश दास अन्य संतों और पुजारियों संग सीएम योगी से मिलने के लिए लखनऊ पहुंच गए। मुख्यमंत्री के साथ सभी की बैठक चल रही है।
सीएम से मिलने से पहले महंत सुरेश दास ने मीडिया से कहा कि मंदिर के मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो देखेंगे कि 2019 में हमें क्या करना है। बता दें कि कि पांच जून को दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास ने दो टूक शब्दों में कहा कि यदि 2019 से पूर्व राममंदिर का निर्माण नहीं शुरू हुआ तो लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार तय है। भाजपा राममंदिर के नाम पर ही राज कर रही है।
आज केंद्र व प्रदेश में सरकार है, राष्ट्रपति भी भाजपा के हैं अब राममंदिर नहीं बनेगा तो कब बनेगा। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार राममंदिर निर्माण का अपना वादा निभाए और इसके लिए लोकसभा में शीघ्र प्रस्ताव पेश करे। ऐसा न होने पर शीघ्र ही जनांदोलन किया जाएगा।
महंत सुरेश दास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पर हमें भरोसा है। हमें उम्मीद है कि निर्णय भी हमारे पक्ष में आएगा लेकिन हम अब और इंतजार नहीं कर सकते। जिस मुद्दे पर भाजपा को सत्ता मिली उसे पूरा करने के लिए भाजपा क्या प्रयास रही है।
पीएम मोदी लोकसभा में राममंदिर निर्माण का प्रस्ताव लाएं। जनता ने उन्हें राममंदिर निर्माण के लिए ही चुना था। यदि 2019 से पूर्व राममंदिर का निर्माण न शुरू हुआ तो संतों की अगुवाई में जनआंदोलन होगा और लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित होगी। एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि राममंदिर निर्माण के लिए योगी सरकार तैयार है बस मोदी सरकार को ठोस कदम उठाना होगा।