लखनऊ: शुक्रवार की रात विधानभवन में विस्फोटक रखे की सूचना ने पुलिस व प्रशासन के होश उड़ा दिये। इसके बाद आनन-फानन में भारी पुलिस बल, डाग स्क्वायड व बम निरोधक दस्ते के साथ मौके पर पहुंच गया और विधानभवन में चप्पे-चप्पे की तलाशी ली। इस सर्च आपरेशन में पुलिस को कुछ भी संदिग्ध नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। अब पुलिस धमकी देने वाले की तलाश में लगी है।
शुक्रवार की रात पुलिस कंट्रोल रूम पर एक फोन आया। फोन करने वालो कर्मचारियों को अपशब्द कहे और चेतावनी देकर कहा कि विधानभवन बचा सकते हो तो बचा लो। पांच मिनट से अधिक समय तक वह कंट्रोल रूम के पुलिसकर्मियों को गालियां भी देता रहा। इसके बाद जैसे ही यह सूचना पुलिस के अधिकारियों को मिली उनके होश उड़ गये। आनन-फानन में भारी पुलिस बल विधानभवन पहुंच गया। सर्च आपरेशन के लिए डाग स्क्वायड, फारेंसिक टीम व बम निरोधक दस्ता बुला लिया गया। काफी देर तक पुलिस ने विधानभवन के अंदर सघन चेकिंग करायी। इस दौरान पुलिस को वहां से कुछ भी नहीं मिला। सूचना फर्जी निकलने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। अब पुलिस इस तरह की सूचना देने वाले की तलाश में लगी है।
चिनहट में मिली फोनकर्ता की लोकेशन
पुलिस ने जब फोनकर्ता की लोकेशन ट्रेस की तो लौलाई चिनहट निकली। सीओ गोमतीनगर दीपक कुमार के मुताबिक जिस फोन नंबर से धमकी आयी है उसका सिमकार्ड अंबेडकरनगर की फर्जी आइडी पर खरीदा गया है। घटना के बाद से धमकी देने वाले ने फोन बंद कर लिया है। आरोनी को पकडऩे के लिए पुलिस की एक टीम अंबेडकरनगर रवाना कर दी गयी है। इसके अलावा टीमें उसकी तलाश में लखनऊ समेत अन्य जिलों में दबिश दे रही हैं। सीओ के मुताबिक आरोनी ने डायल 100 के कंट्रोल रूम में फोन कर कहा कि लौलाई चिनहट से पटेल बोल रहा हूं विधानसभा में बम रख दिया गया है मुख्यमंत्री भी सुरक्षित नहीं हैं।
पुलिस धमकी देने वाले को बता रही नशेड़ी
विधानभवन को बम से उड़ाने से धमकी देने वाले को पुलिस शराब का आदी बता रही है। जांच में जुटे पुलिस अफसरों का कहना है कि आरोनी ने जिस नंबर से धमकी दी है उसी नंबर से पिछले एक महीने से कई थानेदारों और अफसरों से अभद्रता की गई है। पुलिस आरोपी को नशेड़ी और सनकी बता रही है।