नई दिल्ली: #BudgetForNewIndia वत्तमंत्री पीयूष गोयल ने आज संसद में साल 2019-20 के लिए आम बजट पेश किया। इस बजट में किसानों.मजदूरों सहित मध्यमवर्ग को भी राहत दी गई है। मध्यमवर्ग को सरकार से काफी उम्मीदें थीं, जिसका सरकार ने पूरा ख्याल रखा है। सरकार ने 5 लाख तक की आय वालों को टैक्स में छूट दी है। पहले यह सीमा ढाई रुपये थी।
वहीं स्टैंडर्ड डिडक्शन को बढ़ाकर 40 से 50 हजार कर दिया गया है। किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को मंजूरी मिली है। इससे 2 हेक्टेयर तक की जमीन वाले किसान को हर साल 6 हजार रुपये मिलेंगे। इस बजट को लेकर पक्ष से लेकर विपक्ष ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। जहां पार्टी ने इसका स्वागत किया है। वहीं विपक्ष ने इसे वोट बैंक का हिसाब.किताब बताया है।
बजट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा समाज के सभी वर्ग जिसमें किसान, मध्यम वर्ग, गरीब और महिलाएं शामिल हैं उन्हें इस बजट में उल्लेखित किया गया है। यह बजट न्यू इंडिया के सपने को हासिल करने में मदद करेगा। पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने बजट को लेकर कहा यह लेखानुदान नहीं बल्कि वोट का हिसाब-किताब है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा यह पूरी कवायद ठंडी रही। हालांकि हमें एक अच्छी चीज दिखाई दी वह है मध्यम वर्ग को मिलने वाली आयकर सीमा में छूट। किसानों को मिलने वाली आय सहायता को 6000 रुपये से घटाकर 500 रुपये प्रति महीने कर दिया गया। क्या यह उन्हें सम्मान और गरिमा के साथ जीने में सक्षम बनाएगा। उमा भारती और रामविलास पासवान ने बजट को सरकार की विपक्ष पर सर्जिकल स्ट्राइक बताया है।
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने संसद में पेश बजट भाजपा का चुनावी घोषणापत्र है। अमित शाह ने कहा यह नये भारत के निर्माण को समर्पित मोदी सरकार के संकल्प एवं प्रतिबद्धता का प्रतीक है। आज के बजट ने यह पुन: प्रमाणित किया है कि मोदी सरकार देश के गरीब, किसान और युवाओं के सपने एवं आकांक्षाओं को समर्पित सरकार है। इस सर्वग्राही बजट के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उनकी पूरी सरकार को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि यह फैसला किसान कि आय दो गुना करने के प्रयास में मील का पत्थर साबित होगा।