लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भीड़ के हमले मामले में एसएसपी बुलंदशहर सहित तीन पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी है। इन अधिकारियों को उनके पद से हटा दिया गया है। फिलहाल सीतापुर के एसपी प्रभाकर चौधरी को बुलंदशहर की कमान सौंपी गयी है।
बुलंदशहर में हुई हिंस के मामले में एडीजी इंटेलीजेंस एस बी शिराडकर ने अपनी जांच रिपोर्ट डीजीपी को सौंप दी है। इस जांच रिपोर्ट में पुलिस पर सही समय पर हालात पर काबू न पाने का आरोप लगा है। बताया जाता है कि इसी रिपोर्ट के आधार पर शनिवार को एसएसपी बुलंदशहर केबी सिंह को उनके पद से हटाते हुए डीजीपी मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है।
वहीं सर्किल ऑफिसर स्याना सत्य प्रकाश शर्मा और चिंगरावठी पुलिस चौकी के प्रभारी सुरेश कुमार का सोमवार को क्षेत्र में बिगड़ी स्थिति में संभालने में नाकाम रहने के लिए तबादला कर दिया गया है। स्याना के सीओ सत्य प्रकाश शर्मा को मुरादाबाद पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में भेजा गया है जबकि चिंगरावटी पुलिस चौकी इंचार्ज सुरेश कुमार का तबादला ललितपुर किया गया है।
गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि खेत में कुछ हिंदूवादी संगठनों के कायकर्ताओं द्वारा गोवंश के अवशेष मिलने के बाद बिगड़ी स्थिति को संभालने में नाकाम रहने की वजह से दोनों अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। इस भीड़ हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और चिंगरावठी गांव के रहने वाले सुमित सिंह की मौत हो गई थी।
सीतापुर के एसपी प्रभाकर चौधरी को बुलंदशहर का नया एसएसपी बनाया गया है। वहीं डीजीपी आफिस में कार्यरत आईपीएस अधिकारी एलआर कुमार को सीतापुर का पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। बुलंदशहर में सोमवार को हुई हिंसा के मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि मुख्य आरोपी योगेश राज अभी फरार है। वह लगातार पुलिस से बचने के लिए अपनी लोकेशन बदल रहा है। पुलिस और सर्विलांस की टीम योगेश राज का पीछा कर रही हैं।