टीम इंडिया ने रविवार को पल्लेकल स्टेडियम में श्रीलंका को उसी की जमीन पर तीसरे वन-डे में 6 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी की और 50 ओवर में 9 विकेट खोकर 217 रन बनाए। जवाब में टीम इंडिया ने 29 गेंदे शेष रहते 6 विकेट से मैच जीत लिया। भारतीय टीम ने इसी के साथ मौजूदा सीरीज में 3-0 की अजय बढ़त बनाई और पांच मैचों की सीरीज पर कब्जा किया। कप्तान विराट कोहली ने सीरीज जीत की हैट्रिक लगाईं तो महेंद्र सिंह धोनी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। आईए नजर डालते हैं उन 5 तरकीबों पर, जिसे अपनाकर टीम इंडिया ने रिकॉर्ड सीरीज जीत दर्ज की।
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जसप्रीत बुमराह के लिए मौजूदा वन-डे सीरीज बेहद शानदार बीत रही है। उन्होंने तीसरे वन-डे में श्रीलंकाई बल्लेबाजों पर पूरा दबाव बनाया और अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। बुमराह अपने 10 ओवर के कोटे में 2 मेडन सहित सिर्फ 27 रन देकर 5 विकेट चटकाए। ये बुमराह का ही दबाव था की मेजबान टीम एक बाद फिर बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रही। बुमराह ने निरोशन डिकवेला (13), कुसल मेंडिस (1), लहिरू थिरिमाने (80), मिलिंडा सिरिवर्दना (29) और अकिला धनंजय (2) को अपना शिकार बनाया।
कप्तान विराट कोहली ने मैच के दौरान गजब की प्लानिंग की और टीम इंडिया के गेंदबाजों का सही इस्तेमाल किया। विराट ने मैच में 6 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया और उन्हें समय-समय पर बदला, जिससे गेंदबाज को थकान महसूस नहीं हुई। टीम इंडिया के सभी गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी की, जिसका परिणाम ये रहा कि किसी गेंदबाज ने अपने कोटे के ओवरों में 50 रन से ज्यादा खर्च नहीं किए। धोनी ने फील्डिंग प्लेसमेंट भी अच्छे किए और श्रीलंकाई बल्लेबाजों पर दबाव बरकरार रखी। विराट का बल्ला हालांकि खामोश रहा, लेकिन रोहित-धोनी ने अपने कप्तान को निराश होने का मौका नहीं दिया और 6 विकेट के साथ मैच व पांच वन-डे मैचों की मौजूदा सीरीज जीत दिलाई।
रोहित शर्मा को ‘हिटमैन’ के नाम से जाना जाता है और रविवार को उन्होंने इसे एक बार फिर बखूबी अंदाज में साबित भी किया। रोहित शर्मा ने श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और 145 गेंदों में 16 चौको और 2 छक्को की मदद से अपने नाबाद 124 रन बनाए। ये रोहित के करियर का 12 वन-डे शतक रहा, जबकि बतौर ओपनर उन्होंने 10वां शतक ठोंका। रोहित ने लक्ष्य का पीछा करते समय 5वां शतक जमाया, जिसमें से चार मर्तबा उन्होंने टीम को जीत दिलाई और चारों बार वो नाबाद रहे। रोहित पर कप्तान कोहली का भरोसा बेहतरीन ट्रिक साबित हुई।
महेंद्र सिंह धोनी पर जब आलोचकों ने प्रदर्शन को लेकर अपनी आवाजें बुलंद की तब पूर्व कप्तान ने अपने कूल अंदाज में बल्ले से जवाब देना सही समझा। मौजूदा सीरीज में धोनी ने दूसरी बेहतरीन पारी खेली। सीरीज के दूसरे वन-डे में धोनी ने भुवनेश्वर कुमार के साथ शानदार बल्लेबाजी की थी, जबकि रविवार को उन्होंने रोहित शर्मा के साथ टीम इंडिया को सीरीज जीत दिलाई। धोनी ने 86 गेंदों में 4 चौको और एक छक्के की मदद से नाबाद 67 रन की पारी खेली। धोनी के करियर का यह 65वां अर्धशतक रहा और वो वन-डे में 121वीं बार नॉटआउट पवेलियन लौटे।
रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी ने पांचवें विकेट के लिए 157 रन की अविजित साझेदारी करके टीम इंडिया को जीत दिलाई। धोनी जब बल्लेबाजी करने के लिए क्रीज पर आए तब टीम इंडिया 61 रन पर 4 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। रोहित और धोनी ने यहां से शानदार साझेदारी की। रोहित-धोनी क्रीज पर अंगद की तरह डट गए और श्रीलंकाई गेंदबाजों को कोई सफलता हासिल करने का मौका नहीं दिया। दोनों ने मैदान के चारों कोनों में शॉट लगाए और महत्वपूर्ण साझेदारी करके टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई।