ओलंपिक और ओलंपिक के खिलाड़ी इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं। ऐसे में एक ओलंपिक की खिलाड़ी को कोरोना होने व उसके दर्द को लेकर अपनी दास्तां बयां कर रही हैं। इसी वजह से वो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो गई हैं। ओलंपिक में स्केटबोर्ड एथलीट ने अपनी दुख भरी कोरोना पाॅजिटिव होने की कहानी बयां की है। तो चलिए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा है।
कोरोना पाॅजिटिव होने पर की गईं क्वारंटीन
ओलंपिक में स्केटबोर्ड एथलीट कैंडी जैकब्स ने कोरोना पर खुल कर अपनी बात कही है। दरअसल वे कोरोना पाॅजिटिव पाई गईं और उन्हें एक होटल में क्वारंटीन होना पड़ा। ऐसे में उन्होंने बताया कि होटल में जिस तरह से कोरोना पाॅजिटिव मरीजों को रखा जा रहा है वह अमानवीय है। बता दें कि ओलंपिक में बतौर स्केटबोर्डर कैंडी इस बार डेब्यू कर रही हैं। वहीं कैंडी कोरोना पाॅजिटिव होने के बाद कड़ी निगरानी में रखे जाने से परेशान भी हो गई थीं। उन्हें बाहर की ताजी हवा तक लेने की अनुमति नहीं दी जा रही है ।
कहा खिड़की से हवा ले लेने दो
ऐसे में कैंडी ने होटल के अधिकारियों से गुहार लगाई कि उन्हें ताजी हवा खाने के लिए बाहर जाने की अनुमति दी जाए क्योंकि उनके कमरे में खिड़की तक नहीं है। 31 साल की कैंडी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के जरिए अपना संदेश शेयर किया है। उन्होंने इस वीडियो संदेश में कहा, ‘कोरोना होने पर लोगों को ताजा हवा न मिलना कितना अमानवीय है। ऐसा करने पर मानसिक रूप से रोगी थक जाता है और अधिक बीमार महसूस करने लगता है। हम इंसान जितना सह सकते हैं, ये प्रताड़ना उससे कहीं ज्यादा है।’
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खिड़की से 15 मिनट तक ली ताजी हवा
कैंडी ने अधिकारियों से अनुमति मांगी कि उनकी निगरानी में वे 15 मिनट तक बाहर की ताजा हवा ले सकें और उन्हें बाद में इजाजत मिल भी गई । इसे लेकर कैंड जैकब्स ने कहा, ‘बाहर की ताजा हवा जैसे ही मुझे छुई, वो मेरी जिंदगी का सबसे बेहतरीन पल था।’ बता दें कि इस वक्त टोक्यो शहर में 37 डिग्री सेल्सियस की गर्मी पड़ रही है। इसके चलते एथलीटों को परफॉर्म करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इस गर्मी से खिलाड़ियों का हाल बेहाल हो गया है।
ऋषभ वर्मा