आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी आजकल काफी खफा चल रहे हैं. वजह है कि उन्हें बार-बार दिल्ली का दौरा करना पड़ रहा है. रेलवे टेंडर घोटाले में पूछताछ को लेकर लगातार सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग का समन जारी हो रहा है. यह सभी एजेंसियां कई घंटे तेजस्वी से रेलवे टेंडर घोटाले को लेकर पूछताछ करती है. ऐसे में तेजस्वी की नाराजगी समझने में आती है.
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इन्हीं जांच एजेंसियों के सामने लगातार पेश होते-होते तेजस्वी इतने परेशान हो चुके हैं कि उन्होंने सोमवार को यह धमकी तक दे दी कि आगे से वह न तो सीबीआई, न हीं प्रवर्तन निदेशालय और न ही आयकर विभाग के सामने आगे पेश होंगे. तेजस्वी का कहना था कि यह सभी एजेंसियों उनको एक ही केस (रेलवे टेंडर घोटाला) के सिलसिले में बुलाती हैं और एक ही सवाल बार-बार पूछती है जिससे कि वह परेशान हो चुके हैं. गुस्से में तेजस्वी ने यहां तक कह दिया कि वह आगे से इन जांच एजेंसियों के सामने अब पेश नहीं होंगे.
गौरतलब है कि, प्रवर्तन निदेशालय ने तेजस्वी को रेलवे टेंडर घोटाले में पूछताछ के लिए छठी बार समन भेजा है और उन्हें 31 अक्टूबर को दिल्ली पूछताछ के लिए बुलाया है. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने 5 बार तेजस्वी को समन भेजा था लेकन वह केवल एक बार ही प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में पेश हुए थे.
तेजस्वी की नाराजगी यहीं खत्म नहीं हुई. पत्रकारों से बातचीत करते हुए आगे उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार के सरकार के गिरने की भविष्यवाणी भी कर दी. तेजस्वी ने दो टूक कह दिया, नीतीश सरकार केवल 6 महीने की मेहमान है. उनका मानना था कि सीबीआई हजार करोड़ से भी ज्यादा के सृजन घोटाले की जांच कर रही है और बहुत जल्दी इस मामले में कोई फैसला आएगा जिसके बाद बिहार की राजनीति में उथल-पुथल मचेगा और नीतीश कुमार की सरकार गिर जाएगी.
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