नई दिल्लीःसीबीएसई ने 10वीं के मैथ्स का पेपर फिर से कराने का फैसला वापस ले लिया है. इसका मतलब यह है कि सीबीएसई के 10वीं के छात्रों को री-एग्जाम देने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यहां तक कि दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में भी छात्रों को दोबारा परीक्षा नहीं देनी होगी. पहले ऐसी रिपोर्ट आई थी कि सरकार कथित पेपर लीक के कारण केवल दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में दोबारा परीक्षा कराने पर विचार कर रही है. बोर्ड के फैसले से 17 लाख छात्रों को फायदा होगा.
सरकार का कहना है कि पेपर लीक होने के बाद परीक्षा पर इसके असर का व्यापक स्तर पर आंकलन किया गया. आंकलन में यह पाया गया कि परीक्षा पर पेपर लीक का असर नहीं पड़ा है.ऐसे में दोबारा पेपर कराने की कोई जरूरत नहीं है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अनिल स्वरूप ने भी कहा है कि पेपर लीक का 10वीं की मैथ्स परीक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा है. ऐसे में छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई और मंत्रालय ने दोबारा परीक्षा नहीं कराने का फैसला किया है.
Consequent to the preliminary evaluation of the impact of reportedly leaked CBSE class 10 maths paper & keeping in mind the paramount interest of students, CBSE has decided not to conduct re-examination even in the states of Delhi NCR and Haryana. Hence, no re-exam for class 10
— Anil Swarup (@swarup58) April 3, 2018
गौरतलब है कि सीबीएसई ने परीक्षा का एलान तो कर दिया था लेकिन एग्जाम की डेट नहीं बताई थी. दिल्ली हाईकोर्ट ने सोमवार को सुनवाई के दौरान पूछा था कि परीक्षाएं दोबारा आयोजित होंगी या नहीं इस पर निर्णय लेने में देर नहीं होनी चाहिए. साथ ही कोर्ट ने कहा कि अगर बोर्ड दोबारा परीक्षा कराने की सोच रहा है तो जुलाई से पहले आयोजित करे, ताकि जुलाई का शेड्यूल इससे प्रभावित ना हो.
सीबीएसई के 10वीं के मैथ्स के पेपर लीक होने की घटना पर पीएम मोदी ने भी सख्त नाराजगी जताई थी. कुछ दिन पहले फिर से पेपर करवाने पर केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने कहा था कि मैं समझ सकता हूं कि इस फैसले से बच्चों और उनके अभिभावकों को तकलीफ होगी.
पेपर लीक मामले की जांच एसआईटी कर रही है. रविवार को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने दो शिक्षकों और एक ट्यूशन टीचर को पुलिस कस्टडी में भेज दिया. इस मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कोर्ट से तीनों आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेजने की मांग की थी जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया. इस मामले में पुलिस ने दिल्ली के प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने वाले दो शिक्षकों ऋषभ और रोहित को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा पुलिस ने तौकीर को भी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया है जो कोचिंग सेंटर में ट्यूटर है. पुलिस के मुताबिक ऋषभ और रोहित ने 12वीं का इकोनॉमिक्स का पेपर तौकीर को दिया था, जिसे तौकीर ने स्टूडेंट्स के बीच लीक कर दिया.