प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने दिल्ली में सरकारी स्कूलों के 10वीं के परीक्षा परिणाम के गिरते स्तर पर गहरी चिंता जताई है। उनका कहना है कि इस साल के 10वीं के परिणाम ने आम आदमी पार्टी की सरकार के शिक्षा के स्तर में सुधार के तमाम दावों की पोल खोल दी है।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों का 2018 का 10वीं का परिणाम पिछले 10 वर्ष की तुलना में भी सबसे कम केवल 70 फीसद रहा है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 10वीं कक्षा के परिणाम का औसत 86.70 प्रतिशत रहा है। इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के परिणाम राष्ट्रीय स्तर के औसत से 16.70 फीसद कम रहा है।
अजय माकन ने कहा कि जब से दिल्ली में आप सरकार सत्ता में आई है, सरकारी स्कूलों के 10वी और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के परिणाम में लगातार गिरावट हो रही है। वर्ष 2011 से 2014 तक सरकारी स्कूलों में 10वीं के विद्यार्थियों का परिणाम 99 प्रतिशत से अधिक था। 2014 में 10वीं का परिणाम 99.81 फीसद रहा जो गिरकर 2015 में 85.81, 2016 में 89.25 एवं 2017 में 92.44 फीसद हो गया। जबकि इस वर्ष 2018 में सबसे कम 70 फीसद ही रह गया।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल और उनकी सरकार को यह महसूस करना चाहिए कि शिक्षा कोई प्रचार का विषय नही है कि वे बनावटी कहानी बनाकर उसे अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए हेडलाइन बनाने की कोशिश करें। ऐसा करके वह दिल्ली के लाखों छात्रों के भविष्य को खतरे में डाल रहे हैं।