केंद्र सरकार अगले साल से आम बजट को पेश करने की तारीख को एक महीना पहले कर सकती है। इससे पहले इस साल केंद्र सरकार ने आम बजट 1 फरवरी को पेश किया था। अब इसे 15 दिन और पीछे खिसकाने की बात चल रही है। अगर ऐसा होता है तो फिर आम बजट 15 जनवरी को पेश हो सकता है।अभी-अभी: PM मोदी ने 25 हजार करोड़ के सड़क प्रोजेक्ट का किया ये बड़ा ऐलान…..
वित्त वर्ष बदलने पर नहीं बनी बात
वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल सरकार ने वित्त वर्ष को बदलने के प्लान को टाल दिया दिया है। पहले इस तरह की घोषणा हुई थी कि सरकार वित्त वर्ष को अप्रैल- मार्च के बजाए जनवरी-दिसंबर करने जा रही है।
करीब 150 साल से देश में वित्त वर्ष अप्रैल से मार्च तक चलता है। हालांकि अभी सरकार ने केवल इसको टाला है और हो सकता है 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद वित्त वर्ष को पूरी तरह से बदल दिया जाए।
जीएसटी बना सबसे बड़ी वजह
वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, वित्त वर्ष बदलने के फैसले को इसलिए टाला गया है, क्योंकि इसी साल जुलाई में पूरे देश में जीएसटी लागू हुआ है। अगर इस साल से वित्त वर्ष में बदलाव किया जाता है, तो फिर बजट को अक्टूबर या फिर नवंबर के पहले हफ्ते में पेश करना होगा, जो कि फिलहाल इतनी जल्दी हो नहीं सकता है।
वहीं नीति आयोग, संसद की एक समिति और पूर्व सलाहकार शंकर आचार्य के नेतृत्व में बनी एक कमेटी ने भी वित्त वर्ष बदलने की वकालत की है।